अब सड़कों पर भीख नहीं मांगेंगे, बल्कि किताबों से करेंगे दोस्ती
अब सड़कों पर भीख नहीं मांगेंगे, बल्कि किताबों से करेंगे दोस्ती
मोहाली के करीब 17 बच्चों की जिंदगी जल्दी ही बदल जाएगी
मोहाली। जिले की सड़कों पर भीख या मजदूरी कर अपना जीवन व्यतीत कर रहे सोलह के करीब बच्चों की जिंदगी अब बदल जाएगी। जिला प्रशासन ने इस दिशा दिशा में काम शुरू कर दिया है। उक्त बच्चों को अब स्कूलों में दाखिल करवाया जाएगा। साथ उनका जीवन संवारा जाएगा। बाल सुरक्षा अफसर यादविदंर कौर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश यही है कि हर बच्चे के अधिकारों की रक्षा हो। बच्चे पढ़ लिखकर एक अच्छा जीवन व्यतीत करे। यह ड्राइव आगे भी जारी रहेगी।
जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन के आदेश पर बाल सुरक्षा विभाग की टीम ने जीकरपुर और बलटाना एरिय़ा में गई। जहां सोलह के करीब बच्चे टीम को मिले। जो कि सड़कों पर भीख मांग कर या मजूदरी कर अपना काम चला रहे थे। यह सभी अपने परिजनों के संग रह रहे थे। जबकि एक पंद्रह साल का बच्चा बे सहारा मिला है। उसके परिजन नहीं हैं। इस दौरान टीम ने बेसहारा बच्चे की कस्टडी ले ली है। अब बच्चे को समाज सेवी संस्था में रखकर पढ़ाया लिया जाएगा। जबकि अन्य पंद्रह बच्चों के परिजनों से टीम ने मुलाकात की। इस दौरान परिजनों की काउंसिलिंग की गई। उन्हें बच्चों को स्कूल में दाखिल करवाने के प्रति प्रेरित किया। जिसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को स्कूल भेजने की हामी भरी है । कोरोना काल के बाद जैसे ही स्कूल खुलेंगे तो उक्त बच्चों को स्कूल में भेजा जाएगा। वहीं, एक बेसहारा बच्चे की कस्टड विभाग ने ली है। अब बच्चे को संस्था में छोड़ा जाएगा। साथ ही बच्चे को आगे पढ़ाने से लेकर अन्य सारी जिम्मेदारियां उनके द्वारा ही उठाई जाएगी। विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी को इस बारे में जानकारी मिलती है तो प्रशायन को सूचित करे।