Now paid parking will be smart, proposal is being brought in the next corporation house

अब पेड पार्किंग होगी स्मार्ट, अगले निगम सदन में लाया जा रहा प्रस्ताव

Now paid parking will be smart, proposal is being brought in the next corporation house

Now paid parking will be smart, proposal is being brought in the next corporation house

Now paid parking will be smart, proposal is being brought in the next corporation house- चंडीगढ़ (वीरेंद्र सिंह)। फंड क्रंच से जूझ रहे नगर निगम को पटरी पर लाने के लिए आय के विभिन्न स्रोतों पर मंथन और विचार विमर्श जारी है। इसी क्रम में नगर निगम की 89 साइट्स की नीलामी का प्रस्ताव आगामी 25 मार्च को होने वाली नगर निगम की मासिक में लाये जाने उम्मीद है। अब इन पेड पार्किंग की नीलामी के जरिये अलाटमेंट की जायेगी। 

मेयर के बतौर इस बार पार्किंग को पीपल फ्रेंडली बनाये जाने के लिए नियम व शर्तों में बड़ा बदलाव किया गया है। पार्किंग में एंट्री की बजाय एग्जिट पर शुल्क लिए जाएंगे। एंट्री पर शुल्क लेने के समय वाहनों की लंबी  लाइन लग जाती थी। किंतु अब एग्जिट पर पैसे लिए जायेंगे। इसी के दृष्टिगत इसके लिए नया प्रस्ताव तय किया गया है।

डिजिटल से लिए जाएंगे शुल्क

इसके अलावा सभी पार्किंग्स को अब स्मार्ट किया जायेगा और इसके पैसे डिजिटल तरीके से लिए जाएंगे। सभी पार्किंग्स पर मशीनें आवंटित की जायेंगी, ताकि खुले पैसे या अन्य किसी प्रकार की समस्या से लोगों को परेशान न होना पड़े। मेयर को भरोसा है कि इन पार्किंग्स से नगर निगम को 10 से लेकर 15 करोड़ रुपये का राजस्व निगम के पास आ सकता है। इसके अलावा नगर निगम को शीघ्र फंड्स मिलने वाले हैं, जिससे रूके पड़े काम आरंभ कर दिए जाएंगे।

फास्टटैग व क्यूआर कोड से शुल्क भुगतान की सुविधा

स्मार्ट पार्किंग के मुताबिक सभी पार्किंग की अलग-अलग एंट्री प्वाइंट तैयार होंगे। फास्टैग और क्यूआर कोड भुगतान की सुविधा मिलेगी। पार्किंग स्थल के लिए प्री बुकिंग करने की भी सुविधा सुलभ होगी। आटोमैटिंग बूम बैरियर्स और पार्किंग गाइडेंस सिस्टम भी लगाया जायेगा। 

दो पहिया वाहनों पर फ्री करने पर विचार

इस नई प्रणाली की पेड पार्किंग में दो पहिया वाहन को फ्री और चौपहिया के लिए दरें निगम सदन की बैठक में चर्चा के बाद तय होंगी। इस प्रस्ताव के अनुसार इस बार पूरे शहर की पार्किग्स एक ही कंपनी को सौंपी जायेगी। जिस पर ज्यादातर पार्षदों को एतराज है। उनका कहना है कि पार्किंग्स जोन में बांटी जानी चाहिए। इसके अलावा एक कंपनी की बजाय जोनवाइज ठेकेदार या कंपनी के हवाले किया जाना चाहिए। 

4 जून को खुलेगी निविदा

उल्लेखनीय है कि स्मार्ट पार्किंग का टेंडर सितंबर 2024 में ही खुलना था। निगम ने पीपीपी मॉडल पर स्मार्ट पार्किंग के डिजाइन, विकास, कार्यान्वयन, संचालन और मैंटेनेंस को लेकर रिक्वेस्ट फार प्रोजोजल (आरएफपी) जारी किया था। प्रस्ताव के अनुसार शहर की 90 पेड पार्किंग को स्मार्ट किया जाना है। एमसी ने पहले 21 दिन  के लिए टेंडर को आगे बढ़ाकर 4 अक्तूबर को खोलने की बात कही थी। दूसरी बार एक माह के तिलए समय बढ़ाकर 5 नवंबर, फिर 5 दिसंबर तय किया था। इसके बाद तीन महीने आगे बढ़ाकर 4 मार्च और अब तीन महीने का एक्सटेंशन देकर 4 जून को टेंडर खोलने की बात कही है।

अलग-अलग कंपनी को दी जाये पार्किंग: जसबीर बंटी

नगर निगम के सीनियर डिप्टी जसबीर सिंह बंटी का तर्क है कि पहले एक ही कंपनी को पार्किंग अलाट की गई थी, जो बीच में ही छोडक़र ठगी कर फरार हो गया था। उनका कहना है कि अलग-अलग कंपनी को पार्किंग दी गई होती और कोई भाग गया होता तो अन्य से निगम को राजस्व आता रहेगा। उन्होंने बताया कि पार्किंग्स की नीलामी से एमसी को अच्छा राजस्व आने की संभावना है। अतिरिक्त राजस्व के लिए मेयर ने गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर बतायी थी समस्या। शाह के आदेशों की रहेगी प्रतीक्षा।