नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया Elon Musk को कारोबार का न्योता, टेस्ला CEO ने भारत में बिजनेस को लेकर गिनवाई थीं चुनौतियां
नवजोत सिंह सिद्धू ने दिया Elon Musk को कारोबार का न्योता, टेस्ला CEO ने भारत में बिजनेस को लेकर गिनव
अमेरिका की दिग्गज इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला को भारत में फैक्ट्री लगाने के लिए कई राज्यों ने न्योता दिया है। अब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी टेस्ला को पंजाब में फैक्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित किया है।
सिद्धू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर लिखा, मैं एलन मस्क को आमंत्रित करता हूं। पंजाब मॉडल लुधियाना को इलेक्ट्रिक व्हीकल और बैटरी उद्योग का हब बनाएगा। एकल खिड़की मंजूरी से पंजाब में नई तकनीक आएगी। साथ ही ग्रीन नौकरियों और पर्यावरण संरक्षण के साथ सतत विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
वहीं, पश्चिम बंगाल के मंत्री मोहम्मद गुलाम रब्बानी ने भी टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क को संबोधित करते हुए ट्विटर पर लिखा, "यहाँ छोड़ो, पश्चिम बंगाल में हमारे पास सबसे अच्छा इंफ्रा है और हमारी नेता ममता बनर्जी को विजन मिला है। बंगाल का मतलब व्यापार है।"
एलन मस्क ने कही थी समय लगने की बात: टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने हाल ही में ट्विटर पर कहा था कि भारत में कार लाने को लेकर सरकार से कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण टेस्ला की कारों को भारत लाने में देरी हो सकती है। एलन मस्क लंबे समय से आयात शुल्क में कटौती की मांग कर रहे हैं।
एलन मस्क के ट्विट के बाद तेलंगाना और महाराष्ट्र भी टेस्ला को फैक्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। सबसे पहले तेलंगाना के उद्योग और वाणिज्य मंत्री केटी रामाराव ने टेस्ला को फैक्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित किया था। इसके बाद महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने फैक्ट्री लगाने का न्योता दिया था।
बता दें कुछ दिन पहले एक भारतीय यूजर ने एलन मस्क से ट्विटर पर इस बारे में सवाल पूछा था कि क्या भारत में टेस्ला की लॉन्चिंग को लेकर कोई अपडेट है? एलन मस्क ने इसका जवाब देते हुए कहा था कि भारत में कार लॉन्च करने में उनकी कंपनी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और सरकार के साथ मिलकर इनका समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
कंपनी चाहती है कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए। सरकार ने कुछ महीने पहले कहा था कि बाहर से मंगाए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर आयात शुल्क माफ करने या उसमें कमी करने का उसका कोई इरादा नहीं है। टेस्ला पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को घटाकर 40 फीसद करने की मांग कर रही है। यहां 40,000 डॉलर से सस्ती गाड़ियों पर 60 फीसद और उससे महंगी गाड़ियों पर 100 फीसद इंपोर्ट ड्यूटी लगती है।