जेल से रिहा हुए नवजोत सिद्धू; ढोल-नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत, रोडरेज मामले में हुई थी 1 साल की सजा, मई 2022 से बंद थे
Navjot Sidhu Release From Patiala Jail Today News
Navjot Sidhu Release From Patiala Jail Today News: पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला जेल से रिहाई मिल गई है। जेल से बाहर आते ही सिद्धू का ढोल-नगाड़ों के साथ जोरदार स्वागत किया गया। सिद्धू समर्थक खुशी में झूमते नजर आए। सिद्धू के आने पर उनके पोस्टर्स भी जगह-जगह लगा दिए गए।
बतादें कि, कांग्रेस के कई नेता और समर्थक सिद्धू के स्वागत के लिए शनिवार सुबह से ही जेल के बाहर डटे हुए थे। हालांकि, सिद्धू की रिहाई में देरी हो गई। सिद्धू की रिहाई पहले शनिवार दोपहर 12 बजे के आसपास तय थी। लेकिन बताया जाता है कि, कागजी कार्यवाही के चलते सिद्धू देर से रिहा हो पाए।
यहां आपको यह भी बतादें कि, पूरी सजा के दौरान सिद्धू ने कोई भी छुट्टी नहीं ली। सिद्धू का व्यवहार भी जेल में काफी अच्छा रहा। यही कारण है कि, सजा पूरी होने से कुछ दिन पहले ही सिद्धू को रिहा कर दिया गया। सिद्धू ने करीब 317 दिन पटियाला जेल में सजा काटी।
जेल से बाहर आने के बाद सिद्धू की पहली तस्वीर, घट गया काफी वजन
26 जनवरी को आते-आते रह गए थे
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू की रिहाई 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली थी। सिद्धू की रिहाई की जोरशोर से चर्चा रही। मगर एन मौके पर पूरी बात सिर्फ चर्चाओं में ही रह गई और सिद्धू रिहा नहीं हो पाए। इसके पीछे यह भी कहा जाता है कि, 26 जनवरी को रिहा होने वाले कैदियों की लिस्ट को पंजाब कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिली। वहीं यह भी माना जाता है कि इस लिस्ट में सिद्धू का नाम भी नहीं था।
पंजाब की राजनीति में सरगर्मी बढ़ेगी
अब जब नवजोत सिद्धू जेल से बाहर आ गए हैं तो पंजाब की राजनीति में सरगर्मी बढ़नी तय है। सिद्धू के बेबाक सरगर्म बयान एक बार फिर पंजाब की राजनीतिक हलचल बढ़ाएंगे। सिद्धू के आने से पंजाब में कांग्रेस की सक्रियता भी बढ़ेगी. हालांकि ऐसा नहीं है कि कांग्रेस पहले सक्रिय नहीं थी लेकिन सिद्ध के आने से कांग्रेस औऱ ज्यादा फ्रंट फुट पर खेल सकती है।
आने वाले समय में कांग्रेस के अंदर बड़ा बदलाव भी देखा जा सकता है। 2024 के लोकसभा चुनाव के चलते कांग्रेस सिद्ध को बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। वो अलग बात है कि देश दुनिया के तमाम हिस्सो में अपनी पहचान रखने वाले सिद्धू का जादू विधानसभा चुनाव में नहीं चल पाया और कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
20 मई से पटियाला जेल में बंद थे सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू 20 मई से पटियाला जेल में बंद थे। सिद्धू ने करीब 34 साल पुराने एक रोडरेज केस में सुप्रीम कोर्ट से एक साल की सजा मिलने के बाद खुद को पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। जिसके बाद उन्हें पटियाला जेल में लाकर बंद कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धू को पटियाला जेल में बैरक नंबर 10 में रखा गया था और क्लर्क का काम दिया गया था।
1988 का है रोडरेज मामला
बतादें कि, रोडरेज का यह पूरा मामला दिसंबर 1988 का है। जब पटियाला में सिद्धू की सड़क पर एक बुजुर्ग से झड़प हो गई थी। बताया जाता है कि इस झड़प में मारपीट हुई और जिसके बाद उस बुजुर्ग शख्स की मौत हो गई। जहां, इस मामले में पटियाला पुलिस ने सिद्धू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया था. जिसके बाद इस मामले में पहले निचली अदालत में सुनवाई चली। जहां से सिद्धू बरी हो गए। लेकिन जब मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने 2006 में सिद्धू को इस मामले में तीन साल की सजा सुनाई थी।
बतादें कि, इस दौरान सिद्धू भाजपा के अमृतसर से सांसद थे। वहीं सजा के बाद सिद्धू को इस्तीफा देना पड़ा था। साथ ही सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में हाईकोर्ट के फैसले का चुनौती दी थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को बरी कर दिया था लेकिन बाद में पीड़ित पक्ष ने पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सिद्धू की मुश्किलें फिर बढ़ा दीं और अब नतीजा यह रहा कि पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुना दी।