National Voters Day 2025, जानें कब हुआ था चुनाव आयोग का गठन? और क्या है इस दिन का महत्व
National Voters Day 2025: भारत आज 15 वा राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहा है। 2025 में भारतीय चुनाव आयोग अपनी सेवा के 75 साल पूरा होने का जश्न मनाएगा, इस दिन को मनाने के लिए, नई दिल्ली में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में शामिल होंगी और राज्य और जिलाधिकारी को सर्वश्रेष्ठ चुनावी व्यवहार पुरस्कार भी प्रदान करेंगी। राष्ट्रीय मतदाता दिवस मतदाता भागीदारी को बढ़ावा देने और देश भर में मतदाता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
क्या है इसका महत्व
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 1950 में भारत के चुनाव आयोग की स्थापना का प्रतीक है, यह खास दिन 2011 से मनाया जा रहा है, और इसका उद्देश्य नागरिकों को मतदान के लिए प्रेरित करना है। इस दिन का उद्देश्य नागरिकों के बीच चुनावी जागरूकता बढ़ाना और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रेरित करता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने 2011 में युवा मतदाताओं को नामांकित करने और उन्हें उनके मतदाता पहचान पत्र देने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक विशेष दिन बनाने का फैसला किया जिसे नेशनल वोटर्स डे के रूप में हर साल मनाया जाता है। देश के मतदाताओं को समर्पित राष्ट्रीय मतदाता दिवस ने मतदाताओं विशेष रूप से युवा युवतियों के नामांकन को भी बढ़ता है, और हाल ही में पात्र बने पूरे देश में नए मतदाताओं को सम्मानित किया जाता है और एक समारोह के दौरान उन्हें उनके मतदाता फोटो पहचान पत्र प्रदान किए जाते हैं।
100 करोड़ के क़रीब पहुंचा रजिस्ट्रेशन
ECI के आधिकारिक गणना के अनुसार भारत में 99.1 करोड़ पंजीकृत मतदाता है। ECI के एक बयान में कहा गया कि भारत के मतदाता 99.1 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं के साथ 100 करोड़ के आंकड़े के करीब पहुंच रहे हैं। इस कार्यक्रम में युवा और लिंग संतुलित मतदाता सूची बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदमों पर भी प्रकाश डाला जाएगा। डेटाबेस में अब 18 से 29 आयु वर्ग के 21.7 करोड़ युवा मतदाता शामिल है, साथ ही चुनाव लिंक अनुपात में 2024 में 948 से 2025 में 954 तक 6 अंकों की वृद्धि हुई है। इसी के साथ आपको बता दे की राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2025 की थीम है, “मतदान से बढ़कर कुछ नहीं मैं, निश्चित रूप से मतदान करूंगा”। यह थीम पिछले साल से जारी है यह देश के नेतृत्व को आकार देने के लिए मतदान के महत्व को एक महत्वपूर्ण उपकरण के रूप में उजागर करता है।