नेशनल गतका एसोसिएशन द्वारा गत्तके के विश्व व्यापक प्रसार के लिए छह डायरैक्टोरेट स्थापित
National Gatka Association
गत्तके के प्रशासनिक ढांचे, प्रशिक्षण और अनुसंधान कामों को और ज्यादा क्रियाशील बनाऐंगे : ग्रेवाल
चंडीगढ़ 15 दिसंबरः National Gatka Association: गत्तके के प्रशासनिक ढांचे, प्रशिक्षण और खोज कामों को और ज्यादा प्रगतिशील और प्रभावशाली(progressive and influential) बनाने के मकसद से भारत की सबसे पुरानी रजिस्टर्ड गतका खेल संस्था, ’नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ ने अपने छह अलग-अलग डायरैक्टोरेटों की स्थापना 36 डायरैक्टर नामज़द किये हैं जो अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में स्वतंत्र तौर पर कार्य करेंगे और हर तिमाही पर अपनी लिखित सिफारिशें- कम-रिपोर्टें नेशनल गतका एसोसिएशन के प्रशासनिक डायरैक्टोरेट को सौंपेंगे और इस राष्ट्रीय खेल एसोसिएशन की तरफ से इन रिपोर्टों के आधार पर विश्व गतका फेडरेशन के लिए सालाना प्रगति रिपोर्ट और खेल कैलंडर तैयार किया जायेगा।
आज यहां यह जानकारी देते हुए नेशनल गतका एसोसिएशन के प्रधान स. हरजीत सिंह ग्रेवाल स्टेट ऐवार्डी ने बताया कि खेल डायरैक्टोरेट में नामज़द छह तकनीकी अधिकारियों की तरफ से प्रशासनिक डायरैक्टोरेट के साथ तालमेल करके अलग- अलग स्तर के टूर्नामैंटों की योजना बनाना, प्रबंध जुटाने, मुकाबले आयोजित करने और टूर्नामैंट पूरा किये जाएंगे। इसके इलावा मुकाबलों के दौरान कम्प्यूटराईजड ‘गतका मैनेजमेंट टी. एस. आर. सिस्टम’ को लागू करना और गतका खेल के साजो-समान (शस्त्रों) के मानकीकरण को कंट्रोल करना होगा। इस डायरैक्टोरेट में तलविन्दर सिंह फ़िरोज़पुर, रमनजीत सिंह शंटी जालंधर, गुरप्रीत सिंह बठिंडा, सरबजीत सिंह लुधियाना, मनजीत सिंह बालीआं संगरूर और रविन्द्र सिंह रवि होशियारपुर बतौर डायरैक्टर नामज़द किये गए हैं।
गतका प्रशिक्षण सम्बन्धित मौजूदा और भावी ज़रूरतों का विश्लेषण
इसी तर्ज़ पर स्थापित ट्रेनिंग और कोचिंग डायरैक्टोरेट की तरफ से गतका प्रशिक्षण सम्बन्धित मौजूदा और भावी ज़रूरतों का विश्लेषण करते हुए सर्वोत्तम खिलाड़ियों, कोचों, रैफ़रियों, तकनीकी अधिकारियों की और महारत और विकास के लिए बेहतर प्रशिक्षण और कोचिंग सेवाओं को डिज़ाइन करना, विकसित करना, प्रमाणित करना, प्रदान करना और मूल्यांकन करना शामिल है। इसके इलावा खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग किस्म और स्तर के प्रशिक्षण कैंप, रिफरैशर कोर्स/क्लीनक लगाने की योजना बनाना, प्रबंध जुटाने, आयोजित करने और पूरा करने होंगे। इस डायरैक्टोरेट में नामज़द 13 बतौर डायरैक्टरों में इन्दरजोध सिंह सन्नी जीरकपुर, हरकिरनजीत सिंह फाजिल्का, योगराज सिंह खमानो, सिमरनजीत सिंह चंडीगढ़, हरजिन्दर सिंह तरन तारन, जोरावर सिंह दिल्ली, लखविन्दर सिंह फ़िरोज़पुर, सुखदीप सिंह लुधियाना, बलदेव सिंह मोगा, तलविन्दर सिंह फ़िरोज़पुर, रमनजीत कौर दिल्ली, चरनजीत कौर मोहाली और सिमरनदीप कौर जम्मू शामिल हैं।
मासिक स्तर पर संपर्क
उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि और वालंटीयर डायरैक्टोरेट की तरफ से डैलीगेटों, सदस्यों, सरप्रस्तों और नये सदस्यों के साथ मासिक स्तर पर संपर्क रखते हुए ईमेल के द्वारा पत्र-व्यवहार करना और नेशनल गतका एसोसिएशन के साथ जुड़ते हर वर्ग के वालंटियरों का रिकार्ड रखना होगा। इस डायरैक्टोरेट में डॉ. पंकज धमीजा फाजिल्का, हरप्रीत सिंह सराओ मोहाली, बलजीत सिंह सैनी खरड़, भुपिन्दर सिंह खरड़, रविन्द्र सिंह पिंकू मोहाली, अमरजीत सिंह जम्मू, जोगिन्द्र सिंह बुध विहार दिल्ली बतौर डायरैक्टर नामज़द किये गए हैं।
गतका प्रोमोटर ग्रेवाल ने बताया कि खोज और प्रकाशन डायरैक्टोरेट, मुख्य डायरैक्टर डॉ. बलजीत सिंह सेखों के नेतृत्व अधीन कार्य करेगा जिसमें सिमरनजीत सिंह चंडीगढ़, हरविन्दर सिंह गुरदासपुर, वीरपाल कौर श्री मुक्तसर साहिब ( चंडीगढ़) और तेजिन्दर सिंह गिल पटियाला बतौर डायरैक्टर नामज़द किये गए हैं। इस डायरैक्टोरेट का कार्य गत्तके संबंधी खोज गतिविधियों को जाँचना और उत्साहित करना, आनलाइन मीडिया और रसालों के प्रकाशन, प्रामाणिक डाटा और प्रचार सामग्री तैयार करना होगा।
इसी तरह विदेशी मामलों के डायरैक्टोरेट की तरफ से गतका खेल को विश्व स्तर पर प्रफुल्लित करने के लिए विश्व गतका फेडरेशन के नेतृत्व अधीन नयी विदेशी गतका ऐसोसीएशनें/ फैडरेशनें स्थापित करना और ऐफ़ीलीइटिड अलग-अलग देशों की गतका इकाईयों के साथ तालमेल बनाये रखना, विदेशों में गतका टूर्नामैंट आयोजित करवाने और कोचों/ रैफ़रियों/ प्रबंधकों/ तकनीकी अधिकारियों के आदान-प्रदान का प्रबंध किया जायेगा। इस डायरैक्टोरेट के मुख्य डायरैक्टर डा. दीप सिंह होंगे जबकि डा. शुभकरन सिंह खमानो, इन्दरजोध सिंह सन्नी, बलदेव सिंह मोगा और रविन्द्र सिंह बिट्टू जम्मू को बतौर डायरैक्टर नामज़द किया है।
उन्होंने आगे कहा कि कुशल प्रशासन, बेहतर प्रबंधन, शिकायतों/ शिकायतों के समय पर निपटारे आदि को यकीनी बनाने साथ-साथ तकनीकी अधिकारियों और गतका खिलाड़ियों को अन्य सहूलतें प्रदान करने के लिए तकनीकी अधिकारियों की अन्य कमेटियों और ज़ोनल कौंसिलों का गठन भी जल्द किया जायेगा।
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