नायडू को भूमि स्वामित्व अधिनियम पर वाईएसआरसीपी से नहीं बल्कि भाजपा से सवाल पूछना चाहिए : लक्ष्मी पार्वती
BJP on Land Ownership Act
(अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी)
गुंटूर : BJP on Land Ownership Act: (आंध्र प्रदेश) वाईएसआरसीपी नेता नंदमुरी लक्ष्मी पार्वती के अनुसार मंगलगिरी निर्वाचन क्षेत्र में नारा लोकेश के राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश ने हिंसक राजनीति के युग की शुरुआत की है। उन्होंने हाल ही में ताड़ेपल्ली में कथित तौर पर टीडीपी समर्थकों द्वारा वाईएसआरसीपी नेता मेका वेंकट रेड्डी पर किए गए हमले को इस नई "हत्या की राजनीति" का उदाहरण बताया। पार्वती ने चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे लोकेश पर सत्ता हासिल करने के लिए हिंसक तरीकों का सहारा लेने का आरोप लगाया।
उन्होंने भूमि स्वामित्व अधिनियम पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार से सवाल न करने के लिए चंद्रबाबू पर निशाना साधा। पार्वती ने कहा कि यह अधिनियम केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार द्वारा पेश किया गया था और राज्य सरकार केवल केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन कर रही है। उन्होंने नायडू से कहा कि वह अपनी आलोचना वाईएसआरसीपी के बजाय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित करें।
पार्वती ने मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी का बचाव करते हुए उन्हें किसान समर्थक नेता बताया जो कभी भी किसानों को उनकी ज़मीन से वंचित नहीं करेगा। इसके विपरीत, उन्होंने आरोप लगाया कि चंद्रबाबू एक ऐसे व्यक्ति हैं जो राजनीतिक लाभ के लिए वाईएसआर पार्टी के खिलाफ़ दुर्भावनापूर्ण एक कुसंचित योजना को बनाकर अपने मीडिया के द्वारा लोगों में भ्रम फैला कर प्रचार कर रहे हैं जो संवैधानिक ढंग से गलत है और अपराध भी है केंद्र सरकार द्वारा लागू की योजना को राज्य में गलत और इतना गलत की जिसे क्षमता भी नहीं किया जा सकता है और उनके एक बार कह गए बातों को बिना जांच किए बिना फर्क है समाचार पत्रों में इनाडु आंध्र ज्योति में छपवाना भी गलत है कहा लक्ष्मी पार्वती ने।
उन्होंने अमरावती कैपिटल भूमि मामलों में पूर्व टीडीपी मंत्रियों पोंगुरु नारायण और प्रथिपति पुल्ला राव को भी शामिल किया।