प्राचीन कला केंद्र में नृत्य और गिटार वादन से सजी शाम, देखें पूरी रिपोर्ट
केंद्र के मासिक कार्यक्रम 'परम्परा' का हुआ आयोजन
Pracheen Kala Kendra organised an Musical Evening under 'Parampra' :: शहर की जानी मानी सांस्कृतिक संस्था (Cultural Organisation) प्राचीन कला केंद्र (Pracheen Kala Kendra) द्वारा सेक्टर 35 स्थित एम एल कौसर (M L Koser) सभागार में एक विशेष सांस्कृतिक संध्या का किया गया आयोजन। कला केंद्र ये संध्या 'परम्परा' श्रृंखला के तहत थी। केंद्र के प्रांगण में संगीत एवं नृत्य (Music and Dance) की शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किया गया।इस कार्यक्रम में केंद्र के लगभग 50 विद्यार्थियों (Students) ने भाग लिया। केन्द्र में संगीत की शिक्षा ले रहे विद्यार्थियों के लिए मासिक कार्यक्रम (Monthly Event) 'परम्परा' ('Parampra' - Tradition) का आयोजन पिछले कई वर्षों से करता आ रहा है। गौरतलब है कि, पिछले क़रीब 66 वर्षों (66 years) से प्रचीन कला केंद्र देश-विदेश कला प्रेमियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहा है। यहाँ भारत के इलावा क़रीबी देशों जैसे कि बांग्लादेश, तज़ाकिस्तान, श्री-लंका इत्यादि से भी विद्यार्थी यहाँ गुरु-शिष्य परम्परा (Guide-Disciple Tradition) के तहत शिक्षा ग्रहण करने आते हैं।
नृत्य एवं संगीत की शिक्षा ले रहे विद्यार्थियों द्वारा सुंदर प्रदर्शन
आज के कार्यक्रम में केन्द्र की डांस फैकल्टी (Dance Faculty) राखी एवं म्यूजिक फैकल्टी (Music Faculty) के कार्तिक जी के शिष्यों द्वारा नृत्य एवं गिटार वादन (Guitar) की विभिन्न प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रम में 5 से 20 वर्ष तक के बच्चों ने भाग लिया। इसमें सबसे पहले सरस्वती वंदना पेश की गई। उपरांत शुद्ध कत्थक नृत्य (Kathak Dance) की प्रस्तुति पेश की गई जिसमें उम्र के हिसाब से अलग-अलग समूहों में बच्चों ने कत्थक नृत्य पेश किया। इस कार्यक्रम में कत्थक नृत्य में तीन ताल एवं झप ताल में प्रस्तुतियां पेश की गई। इस के साथ ही गिटार वादन में दो अलग अलग जोड़ियों द्वारा युगल गिटार वादन पेश करके खूब तालियां बटोरी।
प्राचीन कला केंद्र के इस प्रयास से विद्यार्थी न केवल मंच प्रदर्शन करके अपनी कला को आत्मविश्वास के साथ बखूबी प्रस्तुत कर रहे हैं, बल्कि भारत के प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को समृद्धि दिलाने में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करके केंद्र एक अहम योगदान दे रहा है।
28 नवंबर को भी संगीतिक अध्याय का किया जाएगा आयोजन
परंपरा के एक और संगीतिक अध्याय का आयोजन 28 नवंबर को केंद्र के सेक्टर 35 स्थित एम एल कौसर सभागार (M L Koser Auditorium) में किया जायेगा जिस में केंद्र की म्यूजिक फैकल्टी (Music Faculty) शिवानी अंगरीश के शिष्यत्व में शिक्षा ले रहे विद्यार्थी भाग लेंगे।