बिहार में एक ही दिन में दूसरा ब्रिज ध्वस्त, मुंगेर में गंडक नदी पर बना पुल पानी में समाया, खगड़िया से संपर्क भंग
Munger Bichali Bridge Collapsed
Munger Bichali Bridge Collapsed: बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला रुक ही नहीं रहा. पिछले तीन महिनों में एक के बाद एक कई पुल गिर चुके हैं. रविवार की रात समस्तीपुर में पटोरी प्रखंड के बख्तियारपुर-ताजपुर निर्माणाधीन ओवर ब्रिज का स्लैब गिरने के बाद अब सोमवार (23 सितंबर) को मुंगेर के गंडक नदी पर बना बिचली पुल गिर गया है. हरिणमार पंचायत और गोगरी पंचायत को जोड़ने वाला बिचली पुल नदी में बह गया है. मुख्य पथ पर बने इस पुल के बह जाने से हरिणमार और गोगरी का आवागमन बाधित हो गया है.
गंगा का जलस्तर बढ़ने से गिरा पुल
दरअसल मुंगेर जिला में लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण आवागमन प्रभावित हो रहा है. वहीं गोगरी (खगड़िया) और हरिणमार (मुंगेर) पंचायत को जोड़ने वाला मुख्य पथ पर बना बीचली पुल गंडक में विलीन हो गया, जिसके कारण दोनों ओर से आवागमन बाधित हो गया. बताया जाता है की खगड़िया जिला के पथ निर्माण विभाग ने 2005 में गोगरी और हरिनमार को जोड़ने के लिए मुख्य सड़क का निर्माण कराया था. सड़क निर्माण में कई जगहों पर पुल का भी निर्माण हुआ था.
पुल के गंडक नदी में विलीन होने के कारण मुंगेर जिला के गंडक पार बरियारपुर प्रखंड के दो पंचायत हरिनमार और झोवा बहियार पंचायत के लोग प्रभावित हुए हैं. वही इन पंचायत में जहां बाढ़ का पानी कम था वहीं अब ज्यादा बढ़ गया है. बताया जाता है कि एसडीआरएफ की टीम कल रविवार को रिलीफ बांटने के लिए हरिनमार और झोवा बहियार पंचायत पहुंची थी, वहीं बिचली पुल ध्वस्त होने के कारण वे और उनके वाहन फंसे हुए है.
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में घुसा बाढ़ का पानी
मुंगेर जिलाधिकारी अवनीश कुमार ने कहा कि गंगा पूरा रौद्र रूप ले चुकी है. जंहा तहां ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. वहीं बरियारपुर प्रखंड के हरिणमार और झौवा बहियार गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. जहां खगड़िया जिला के गोगड़ी और हरिणमार पंचायत को जोड़ने वाली मुख्य पथ पर बना बिचली पुल तेज पानी के बहाव से गंडक में बह गया.
डीएम ने कहा कि पुल के गिरने के कारण कुछ परेशानी हुई है, फिलहाल उन इलाकों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को लगया गया है. ग्रामीणों को खाने पीने का सामना और दवा का वितरण किया जा रहा है. हमारे अधिकारी भी बाढ़ ग्रसित इलाकों में नजर बनाए रखे हुए है.
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