मुंबई पुलिस ने बस्ती से असिस्टेंट कमिश्नर प्रवर्तन को गिरफ्तार किया

मुंबई पुलिस ने बस्ती से असिस्टेंट कमिश्नर प्रवर्तन को गिरफ्तार किया

मुंबई पुलिस ने बस्ती से असिस्टेंट कमिश्नर प्रवर्तन को गिरफ्तार किया

मुंबई पुलिस ने बस्ती से असिस्टेंट कमिश्नर प्रवर्तन को गिरफ्तार किया

बस्‍ती। मुंबई के व्यापारियों से रंगदारी वसूलने व लूट आदि के मामले में बस्ती में तैनात वाणिज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर आशुतोष मिश्र को मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेल‍िजेंस यूनिट ने मंगलवार को यहां पहुंचकर गिरफ्तार कर लिया। वह मामले में वांछित मुंबई पुलिस के बर्खास्त आइपीएस साैरभ त्रिपाठी के जीजा बताए जा रहे हैं।

मुंबई पुलिस के भगोड़े आइपीएस सौरभ त्रिपाठी के जीजा है असिस्टेंट कमिश्नर

मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेलि‍जेंस यूनिट तीन दिन पहले की बस्ती में पहुंच चुकी थी। पूरी जानकारी एकत्र करने के बाद मंगलवार को यह टीम कोतवाली पुलिस के साथ वाणिज्यकर कार्यालय पहुंच गई। असिस्टेंट कमिश्नर सचल दल आशुतोष मिश्र कार्यालय में कार्य कर रहे थे, इसी बीच पुलिस टीम ने उनको पकड़ लिया। वो अंबेडकर नगर जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्रके इंद्रलोक कालोनी के निवासी हैं। पुलिस टीम उनको लेकर कोतवाली थाने गई जहां उनसे बर्खास्त आइपीएस सौरभ त्रिपाठी के संबंधों और मुंबई के व्यापारियों से रंगदारी मांगने के मामले में उनकी संलिप्तता के बारे में दो घंटे पूछताछ तक गहन पूछताछ की।

आठ अप्रैल तक ट्रांज‍िट र‍िमांड पर भेजे गए

पहले तो इन आरोपों से भागते रहे लेकिन टीम ने उनके सामने जुडाव के तथ्य रखे तो वह फंस गए। इन्हें गिरफ्तार कर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका मेडिकल कराया गया। शाम को उन्हें सीजेएम उमेश यादव के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड मांगी। दूसरी तरफ आरोपित असिस्टेंट कमिश्नर के अधिवक्ता विजयसेन सिंह ने इसका विरोध किया और कहा कि उनके मुवक्किल को फंसाया जा रहा है। सीजेएम ने मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट की ओर से मांगी गई ट्राांजिट रिमांड को आठ अप्रैल तक मंजूर कर लिया। उन्हें अब अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कोर्ट संख्या 37 मुंबई में पेश किया जाएगा।

मुंबई के एलटी मार्ग थाने में दर्ज है मुकदमा

अंगड़ियां व्यापारियों से रंगदारी वसूलने के मामले में मुंबई के एलटी मार्ग थाने में मुंबई के तत्कालीन डीसीपी सौरभ त्रिपाठी के विरुद्ध रंगदारी, लूट आदि की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला दिसंबर 2021 का है। अंगड़िया एसोसिएशन ने मुंबई के पुलिस कमिश्नर से मिलकर डीसीपी पर कारोबार चालू रखने के लिए हर माह 10 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था। जांच में मामला सही पाए मामले जाने के बाद डीसीपी सौरभ त्रिपाठी को बर्खास्त किया जा चुका है। वह लंबे से फरार चल रहे हैं। मामले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट की विवेचना में बस्ती में तैनात वाणिज्य कर के असिस्टेंट कमिश्नर आशुतोष मिश्र का नाम सामने आया तो मुंंबई पुलिस यहां पहुंच गई।

मुंबई क्राइम ब्रांच की क्रिमिनल इंटेलीजेंस यूनिट ने बस्ती पुलिस से संपर्क कर मुंबई के एक थाने में दर्ज मुकदमें में वाछित बस्ती में वाणिज्यकर के असिस्टेंट कमिश्नर (सचल दल) आशुतोष मिश्र की गिरफ्तारी में मदद मागी थी। बस्ती पुलिस ने जांच और गिरफ्तारी में सहयोग किया। आगे की कार्रवाई मुंबई पुलिस द्वारा ही की जानी है। - आशाीष श्रीवास्तव, एसपी, बस्ती।