नोएडाः प्रेग्नेंट बेटी की देखभाल के लिए आई मां ने नवजात नाती को दो लाख में बेचा, 8 माह बाद मिला बच्चा
Greater Noida Kidnapping Case
Greater Noida Kidnapping Case: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा की बिसरख थाना पुलिस ने हैरान करने वाले मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने 8 महीने पहले अगवा हुए 1 माह के बच्चे को सकुशल बरामद किया है. बच्चे का अपहरण उसकी नानी ने ही किया था. बच्चे को 2 लाख रुपये में बेचा गया था. इस पूरे खेल में हापुड़ का एक डॉक्टर भी शामिल है. पुलिस ने बच्चा खरीदने वाले सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा है.
बच्चा मिलने से उसकी मां बेहद खुश है. उसने पुलिस का आभार जताया है. इस मामले में मासूम बच्चे की नानी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इस मामले की रिपोर्ट शाहबेरी में रहने वाली बच्चे की मां शिवांगी ने 10 मई को दर्ज कराई थी.
नानी अपहरण कर ले गई एक माह के बच्चे को
शिवांगी ने पुलिस को बताया कि अप्रैल 2023 में उसने बेटे को जन्म दिया था. उस दौरान देखभाल के लिए उसकी मां बबीता शाहबेरी स्थित उसके घर आई थी. 10 मई को बच्चे को उसकी नानी बबीता के पास छोड़कर शिवांगी व उसका पति दवा लेने चले गए. इसी दौरान बबीता उनके एक माह के मासूम बच्चे को अगवा कर फरार हो गई. शिवांगी ने पुलिस को तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरु कर दी. पुलिस बबीता के संभल स्थित मुटैना गांव पहुंची. यहां बबीता कुछ दिन पहले ही आई थी.
पुलिस ने किया आरोपी नानी को गिरफ्तार
पुलिस ने बबीता को 30 नवम्बर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस दौरान बबिता ने बच्चे को हापुड़ में जमुना नाम की महिला के जरिये एक दंपती को बेचने की बात कबूल की. पुलिस जमुना नाम की महिला की तलाश में जुट गई. पुलिस ने हापुड़ की लज्जा कॉलोनी से जमुना उर्फ शिवांगी को गिरफ्तार कर लिया. जमुना द्वारा बताया गया कि बबीता के द्वारा उसको यह बच्चा दिया गया था. जिसे उसने हापुड़ निवासी डॉक्टर दीपक त्यागी को बेच दिया,
बच्चे को 2 लाख रूपये में बेच दिया
डॉक्टर ने उस बच्चों को आगे अमरवीर नाम के एक व्यक्ति को दो लाख रुपये में बेच दिया था. सेंट्रल नोएडा के एडिशनल डीसीपी ह्रदेश कुमार ने बताया कि डॉक्टर दीपक के यहां पर अमरवीर का आना जाना था. अमरवीर के कोई बेटा नहीं था, इस वजह से उसको बेटे की जरूरत थी. उसने डॉक्टर से बात कही, डॉक्टर ने यह बात जमुना से कहीं और उसने इस मामले में बबीता से संपर्क किया. इस तरह से अमरवीर ने डॉक्टर को दो लाख रुपए दिए और बच्चा ले लिया.
बच्चे को 8 महीने के बाद देख मां ने उसे सीने से लगा लिया
बच्चों को 8 महीने बाद पाकर मां के आंसू नहीं रख पा रहे हैं. शिवांगी ने बताया कि उसकी मां के द्वारा ही बच्चे का अपहरण कराया गया था. वह डिलीवरी के दौरान घर पर आई थी और मेरे बच्चे को गायब कर दिया. मुझे लगा कि मुझे मेरा बच्चा कभी नहीं मिलेगा लेकिन पुलिस ने मेरे बच्चे को बरामद कर मुझे फिर से खुशी दे दी. शिवांगी का कहना है कि अभी तक मैं अपने बच्चों का नाम भी नहीं रख पाई थी. उसके कान पर एक निशान था जिसकी वजह से बच्चे की पहचान हो सकी.
यह पढ़ें:
MCA छात्र का नाखून उखाड़ा, घूंसों से पीटा, पेशाब कांड के आरोपी का एक और वीडियो आया सामने