मानसून की दस्तक! पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ में भारी बारिश, गर्मी से लोगों को मिली राहत
- By Sheena --
- Sunday, 25 Jun, 2023
Monsoon Update In Punjab Weather Become Cool
Monsoon Entered In Punjab : पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के बड़े हिस्से में रात से हो रही भारी बारिश ने मौसम सुहावना बना दिया है। वहीं, बड़ी संख्या में शहरों में सड़कों पर पानी भर जाने से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग का कहना है कि यह सिलसिला अगले एक-दो दिन तक जारी रहेगा। 25 जून को आसमान में बादल छाये रहेंगे और बारिश की स्थिति भी बनी रहेगी।
मौसम विभाग ने मॉनसून (भारी बारिश) को लेकर ताजा अपडेट दिया है। मौसम विभाग का मानना है कि 28 से 29 जून तक दिल्ली और एनसीआर में मानसून सक्रिय हो जाएगा। इसके बाद दो सप्ताह तक लगातार अच्छी बारिश होगी। निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के प्रवक्ता महेश पलावत के मुताबिक, आज से मॉनसून हवा बिहार और झारखंड में फैल जाएगी। इन राज्यों में शुरू होगी मानसूनी बारिश।
इसके बाद यह सिलसिला पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेगा। अगले तीन से चार दिनों में पूरे यूपी में मानसून सक्रिय हो जाएगा। 25 जून से पूरे यूपी में भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है। इसी तरह पंजाब और हरियाणा में भी 29-30 जून तक मॉनसून सक्रिय रहेगा (Punjab मॉनसून अपडेट)। हालांकि, चक्रवात के असर से दिल्ली-एनसीआर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में इससे पहले भी बारिश होती रहेगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि 24 जून से मौसम बदलना शुरू हो जाएगा और कुछ जगहों पर भारी बारिश और कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दिल्ली-एनसीआर में आज बारिश की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, 23 जून को दिल्ली में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश या बूंदाबांदी होगी। आईएमडी के अनुसार, मॉनसून अब तेलंगाना के कुछ हिस्सों, आंध्र प्रदेश के अधिकांश हिस्सों, उड़ीसा के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों के साथ-साथ झारखंड और बिहार में आगे बढ़ चुका है।
23 जून को विदर्भ, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, केरल और माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने आज पश्चिम-मध्य और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर और मन्नार की खाड़ी में 45-55 किमी प्रति घंटे से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान लगाया है।