आपसी विवादों में घिर गई मिनी मोटर मार्किट, देखिए पूरी खबर
Mini motor market is surrounded by mutual disputes
चंडीगढ़। Mini motor market is surrounded by mutual disputes: सेक्टर 28 की मोटर मार्किट जो अब मिनी मोटर मार्किट के नाम से जानी जाती है और इस के एक दम साथ सटा हुआ पेट्रोल पम्प है दर्जनों दुकानों वाली इस मार्किट में हर समय रिपेयर के वाहनों का आना जाना लगा रहता है l कई बार एक दुकान पर पंद्रह से बीस वाहनों के जाने से भीड़ अधिक हो जाती है l इन वाहनों की मरम्मत के लिए दुकानदारों ने बीस - बीस मकैनिक रखे हुए है भीड़ भड़क्के और जाम की वजह से दुकानदारों में आपसी विवाद रहता है पिछले दिनों ये मन मुटाव तब अधिक बढ़ गया ज़ब एक दुकान पर दस बारह वाहनों के आ जाने से रास्ता जाम हो गया l निगम के एनफ़ोर्समेंट दस्ते ना आ कर चालान कर दिए l दुकानदारों का आरोप है कि ये चालान जान बूझ कर करवाए गए हैं l मामला इतना बढ़ गया की दुकान दारों ने मार्किट एसोसिएशन पर इलज़ाम लगाना शुरू कर दिया l उनका कहना है मौजूदा प्रधान छः साल से पद पर काबिज़ है l पिछले छः साल से एसोसिएशन की कलेक्शन और खर्च का कोई हिसाब नहीं दे रहा l अतिक्रमण को ले कर मिनी मोटर मार्किट दो गुटों में बंटी मिनी मोटर मार्किट आपसी विवादों में घिर गई है l मामला है पिछले कल मार्किट के साथ लगते आम के बाग़ में ख़डे वाहनों के चालान होने का दरअसल इस मार्किट मेंकुल 43 बूथ है जिनमे कार टेप नंबर प्लेट/ डेकोरेशन से ले कर इंजन ओवर हौलिंग तक का व्यवसाय मकैनिक कर रहे हैं l हर बूथ के आगे पर्याप्त जगह दुकान पर आने वाहनों की मरम्मत के लिए सुनिश्चित है l इन 43 बूथों पर 2से लेकर 5 कारीगर काम करते है यानि 43 दुकानों पर 200 व्यक्ति अपना रोज़ी रोटी चला रहे है l इन 43 दुकानों के लिए पार्किंग बूथ नंबर एक से लेकर बूथ नंबर 9 तक प्रशासन द्वारा चिन्हित की गई है l लेकिन मार्किट के पिछली तरफ बूथ नंबर 27 से ले कर 43 तक के दुकानदारों का कहना है कि हमारी मार्किट की पार्किंग जो कि बूथ नंबर एक से नौ के सामने है वो इन्ही बूथ मालिकों द्वारा कब्जा जा कर आगे अवैध तरीके से किराये पर दे दी गई और क्षमता से अधिक वाहनों के आने से पिछले बूथों के जाने वाला रास्ता अक्सर जाम रहता है पिछले बूथों पर काम करते कारीगर परेशान है इस लिए प्रशासन से आग्रह कर रहे है कि कोई ठोस कदम उठाते हुए समस्या का हल निकाला जाए
हमारी समस्या ये है की बूथ नंबर एक से लेकर नौ तक सभी दुकान दारों ने किराये दार रखे हुए है पहले एक एक था अब ज्यादा है जो अपना काम सामने पार्किंग वाली जगह पर करते है मेरा बूथ नंबर नौ है गुलशन ऑटोज़ मैंने भी रखे है जिन से पाँच से ले कर आठ हज़ार रु प्रति मकैनिक किराया लिया जाता है ये सब बंद होना चाहिए क्योंकि पीछे लगते बूथों को इस से परेशानी होती है सारा दिन जाम की स्तिथि बनी रहती है
विकास
गुलशन ऑटोज़ बूथ नंबर 9
मिनी मोटर मार्किट सेक्टर 28
बूथ नंबर एक से लेकर नौ तक कुछ जगह छोड़ कर पब्लिक पार्किंग है जहाँ मार्किट के ही मकैनिक काम करते है पार्किंग की जगह ना होने से जाम लगा रहता है इस से पीछे वाले बूथों तक ग्राहक नहीं पहुँच पाता l हमें खुद अपनी गाड़ी लगाने की जगह नहीं मिलती
सोमेश काटोच
चेयरमैन
मिनी मोटर मार्किट एसोसिएशन
मैं रविंद्र गिल इस मिनी मोटर मार्किट का पिछले छः साल से प्रधान हूँ हमारे यहाँ कार्नर वाले बूथ के मालिकों ने लगभग नौ या दस मकैनिक अपने यहाँ रखे हुए है जो साइड सड़क पीछे बूथों की तरफ जाती है उसी पर दोनों और गाड़ी रोक कर रिपेयर का काम करते है जिस से जाम की स्तिथि बनी रहती है इसे रोकने के लिए चौकीदार भी रखा गया लेकिन उस की कोई सुनता नहीं l बूथ नंबर एक से ले कर बूथ नंबर नौ तक कोई पब्लिक पार्किंग नहीं है इस वार्ड के पूर्व पार्षद देविंदर बबला ने अपने कार्यकाल में ये जगह फ्रंट वाले बूथों को ही एस्टेट ऑफिस से हमारे लिए इशू करवा दी थी l बाकायदा इस का लेटर जारी हुआ था जो पूर्व प्रधान के पास है
रविंद्र गिल रवि
प्रधान मिनी मोटर मार्किट सेक्टर 28
हमारी मेन समस्या ये है कि मार्किट के फ्रंट से जो सड़क आती हैं उस पर हमेशा गाड़िया ख़डी रहती है उनको रोकने वाला कोई नहीं हमारी कोई नहीं सुनता ना एसोसिएशन ना ही प्रशासन हम बड़े परेशान है पीछे ग्राहक नहीं आता किस को सुनाए हम अपना दुःख
राजा
मिनी मोटर मार्किट सेक्टर 28
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