Milk became costlier by Rs 5 per liter in Una city
BREAKING
बॉलीवुड स्टार सैफ अली खान को चाकू घोंपा; घर में घुसकर हमलावर ने की वारदात, बॉडी पर 6 घाव, लीलावती हॉस्पिटल में इलाज चल रहा हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष बडौली पर रेप केस; महिला गवाह ने कैमरे पर कहा- मैंने बडौली को होटल में नहीं देखा, मेरी सहेली दोस्त कहने लायक नहीं नागा साधुओं को नहीं दी जाती मुखाग्नि; फिर कैसे होता है इनका अंतिम संस्कार, जिंदा रहते ही अपना पिंडदान कर देते, महाकुंभ में हुजूम नागा साधु क्यों करते हैं 17 श्रृंगार; मोह-माया छोड़ने के बाद भी नागाओं के लिए ये क्यों जरूरी? कुंभ के बाद क्यों नहीं दिखाई देते? VIDEO अरे गजब! महाकुंभ में कचौड़ी की दुकान 92 लाख की; मेला क्षेत्र की सबसे महंगी दुकान, जमीन सिर्फ इतनी सी, कचौड़ी की एक प्लेट 40 रुपये

ऊना शहर में दूध पांच रुपये प्रति लीटर हुआ महंगा

Milk became costlier by Rs 5 per liter in Una city

Milk became costlier by Rs 5 per liter in Una city

ऊना:हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर में आने वाले दिनों में लोकल दूध दाम पांच रुपये प्रति लीटर महंगा मिलेगा। डेयरी उत्पादों पर महंगाई की मार पड़ गई है। इसी के साथ दूध से बनने वाले उत्पादों पर भी महंगाई की मार पड़ी है। पनीर के दाम प्रति किलो 20 से 30 रुपये बढ़ने के आसार हैं, जबकि दही 10 रुपये महंगा हो सकता है। डेयरी संचालक हर चीज के दाम बढ़ने का हवाला देते हुए 1 मई से नई दरें लागू करने जा रहे हैं। लोकल दूध की ऊना शहर में काफी मांग रहती है। 

जानकारी के अनुसार चारा और अन्य चीजों के दाम बढ़ने से स्थानीय डेयरी उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी की जा रही है। वर्तमान में शहर में दूध 55 रुपये और 60 रुपये प्रति लीटर के हिसाब बिक रहा है। यह दूध गाय और भैंस का रहता है। डेयरी संचालक पशुपालकों से दूध लेते हैं।

पशुपालक महंगाई के इस दौर में अब रेट बढ़ा रहे हैं। ऐसे में डेयरी संचालकों के भी हाथ खड़े हो रहे हैं। डेयरी में बढ़ाए गए दामों का सीधा असर अब आम जनता की रसोई के बजट पर पड़ेगा। गृहिणी राधिका शर्मा ने बताया कि डेयरी उत्पाद के दाम बढ़ने का सीधा असर पर रसोई बजट पड़ेगा।

अब दो लीटर दूध के प्रति माह बिल में 300 रुपये इजाफा हो जाएगा। बढ़ती महंगाई ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। गृहिणी सीमा ने बताया कि दूध और देसी घी हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। डेयरी उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी होने से आम जनता पर बोझ पड़ेगा। 

सरकार को चाहिए कि रोजाना इस्तेमाल में होने वाली खाद्य चीजों के दामों को नियंत्रित किया जाए। बता दें कि ऊना शहर को छोड़कर हरोली, गगरेट, बंगाणा और अंब में लोकल दूध के दामों में फिलहाल कोई इजाफा नहीं हुआ है।