मुख्तार अंसारी के घर आधी रात दबिश, MLC चुनाव के वोटर्स को बंधक बनाने की शिकायत पर पुलिस का ऐक्शन

मुख्तार अंसारी के घर आधी रात दबिश, MLC चुनाव के वोटर्स को बंधक बनाने की शिकायत पर पुलिस का ऐक्शन

मुख्तार अंसारी के घर आधी रात दबिश

मुख्तार अंसारी के घर आधी रात दबिश, MLC चुनाव के वोटर्स को बंधक बनाने की शिकायत पर पुलिस का ऐक्शन

गाजीपुर। विधान परिषद सदस्य चुनाव में निर्दल प्रत्याशी व  प्रधान संघ के जिला अध्यक्ष मदन सिंह यादव की तलाश में पुलिस ने मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास फाटक पर पहुंचकर तलाशी ली। इसी आवास में उनके बड़े भाई बसपा सांसद अफजाल अंसारी और मौजूदा सपा विधायक शोएब अंसारी और मुख्तार अंसारी का परिवार रहता है। तलाश के बाद भी प्रत्याशी का कहीं पता नहीं चला है। पुलिस को इस बाबत सूचना मिली थी कि निर्दल प्रत्याशी फाटक में मौजूद है।

हालांकि, मदन सिंह का गुरुवार दोपहर तक कहीं पता नहीं चल सका था। जबकि नाम वापसी दोपहर तीन बजे तक ही होना था। इस लिहाज से अगर वह तीन बजे के बाद सामने आ भी जाते हैं तो भी भाजपा उम्‍मीदवार के सामने निर्विरोध जीत का तमगा नहीं मिल सकता। ऐसे में अब जिले में सपा उम्‍मीदवार के नाम वापसी के बाद सपा का समर्थन निर्दल उम्‍मीदवार रहे मदन यादव को मिलने की उम्‍मीद जगी है।  

गाजीपुर में मुख्तार के घर एमएलसी पद के निर्दल प्रत्याशी मदन सिंह यादव  के होने की सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर घर की जांच पड़ताल करने के साथ ही रात भर कई जगहों पर निर्दल उम्‍मीदवार की तलाश की। लेकिन, कहीं भी प्रशासन के हाथ निर्दल उम्‍मीदवार मदन सिंह यादव नहीं लगे। इस आशय की जानकारी होने के बाद से ही समाजवादी पार्टी की सक्रियता शुरू हो गई है। जिले में इस बार सभी सीटों पर सपा और सुभासपा के उम्‍मीदवारों की जीत के बाद से ही सत्‍ता पक्ष के लिए जिले में कमल खिलाने की चुनौती है।

वहीं दूसरी ओर बुधवार को गाजीपुर में विधान परिषद सदस्य के चुनाव में नाटकीय घटनाक्रम में सपा प्रत्याशी भोला नाथ शुक्ला के द्वारा अपना नाम वापस लेने के बाद निर्दल प्रत्याशी और प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष मदन सिंह के गांव पुलिस प्रशासन की टीम ग्राम समाज की जमीन पैमाइश कराने बुधवार की दोपहर पहुंची गई। उधर, सूचना मिलते ही सपा के कई विधायक मदन सिंह यादव के समर्थन में उनके घर आ पहुंचे और प्रशासन के अधिकारियों से खूब बहस की।

वहीं बुधवार की सुबह से ही एमएलसी पद के निर्दल प्रत्याशी मदन सिंह यादव का मोबाइल फोन स्विच ऑफ रहने से उनकी लोकेशन के लिए पुलिस प्रशासन रात भर हाथ पांव मारती रही। जबकि गुरुवार को नामांकन पत्र वापसी का आखिरी दिन है। वहीं भाजपा उम्‍मीदवार विशाल सिंह चंचल की राह में अब मदन सिंह यादव सबसे बड़ा रोड़ा साबित हो रहे हैं। 

बुधवार की मध्यरात्रि में पुलिस फोर्स ने मदन सिंह यादव के मुहम्मदाबाद में होने की सूचना पर सांसद, दो विधायक व दो पूर्व विधायकों के संयुक्त आवास पर छापा मारा। पुलिस ने मकान की आधी रात में तलाशी ली, लेकिन वहां प्रत्याशी का पता नहीं चला। पुलिस को सूचना मिली थी कि निर्दल प्रत्याशी अंसारी बंधु के आवास पर मौजूद है। छापेमारी से पहले एसडीएम जमानियां, तहसीलदार, बीडीओ के नेतृत्व में राजस्व टीम व भारी भरकम पुलिस ने मदन सिंह के गांव पहुंचकर जमीन की पैमाइश शुरू कर दी। इसका सपा के तीन विधायकों ओमप्रकाश सिंह, वीरेंद्र यादव व सुहेब अंसारी ने मौके पर पहुंचकर विरोध किया था।

विधायकों का आरोप था कि पुलिस- प्रशासन एमएलसी चुनाव को लेकर दबाव बनाने के लिए मदन सिंह के गांव की पैमाइश करा रहा है। उधर, मदन सिंह के खिलाफ कार्रवाई की अफवाह फैलने से काफी संख्या में समीपवर्ती गांवों के लोग पहुंच गए थे। विधायकों के विरोध के बाद प्रशासन लौट गया था। एक दिन पहले प्रशासन ने पिछले प्रधान मदन सिंह की बेटी के कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों की जांच शुरू की थी। इसके बाद से ही सपा की ओर से प्रशासन पर सियासी वार जारी है।