चंडीगढ़ की मेयर का बड़ा बयान, शहर को लेकर खींचतान कर रहे पंजाब-हरियाणा पर कही ऐसी बात

चंडीगढ़ की मेयर का बड़ा बयान, शहर को लेकर खींचतान कर रहे पंजाब-हरियाणा पर कही ऐसी बात

Mayor Sarabjit Kaur on Chandigarh Issue

Mayor Sarabjit Kaur on Chandigarh Issue

Chandigarh News : इन दिनों चंडीगढ़ की चर्चा बड़ी जोरों-शोरों से है| दरसअल, बात यह है कि पंजाब ने चंडीगढ़ को अपने में मिलाने की बात कही है तो वहीं हरियाणा ने भी चंडीगढ़ पर अपना हक जग-जाहिर किया है| मतलब, हरियाणा भी चंडीगढ़ पर अपने अधिकार का जमकर दावा ठोक रहा है| आलम यह है कि, चंडीगढ़ के इस मुद्दे पर सियासी सरगर्मी बेहद ज्यादा बढ़ गई है और यह सरगर्मी वहां भी खूब दिख रही है, जहां के लिए पंजाब-हरियाणा द्वारा अपने अधिकार का दावा ठोका जा रहा है| जी हां चंडीगढ़ में|

चंडीगढ़ भाजपा ने चंडीगढ़ को कहीं नहीं जाने देने की बात कही है| चंडीगढ़ भाजपा का कहना है कि चंडीगढ़, चंडीगढ़ (UT) ही रहेगा| इसके साथ ही चंडीगढ़ की मेयर सरबजीत कौर का भी चंडीगढ़ मुद्दे पर बयान सामने आया है| मेयर सरबजीत कौर ने कहा कि पंजाब-हरियाणा, चंडीगढ़ पर अपना दावा ठोक रहे हैं| लेकिन चंडीगढ़ के लोगों से भी पूछ लीजिये कि चंडीगढ़ किसका है| आखिर जिस चंडीगढ़ की बात हो रही है तो उस चंडीगढ़ से भी तो पूछना चाहिए|

नगर निगम में सदन की विशेष बैठक...

इधर, आपको बतादें कि, चंडीगढ़ की मेयर सरबजीत कौर ने चंडीगढ़ के मुद्दे पर नगर निगम में सदन की विशेष बैठक भी आज बुलाई है| जहां चंडीगढ़ मसले पर एक विस्तृत चर्चा होगी| इस बैठक में आप और कांग्रेस की भी मौजूदगी रहेगी| देखना यह होगा कि चंडीगढ़ मसले पर चंडीगढ़ आप और चंडीगढ़ कांग्रेस का क्या स्टैंड है? बतादें कि, इससे पहले चंडीगढ़ मसले पर पंजाब और हरियाणा दोनों जगहों पर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा चुका है| जहां दोनों राज्यों ने चंडीगढ़ को लेकर प्रस्ताव पारित किया है|

केंद्र सरकार ने हाल ही में किया है कुछ ऐसा और शुरू हो गया ये सब....

आपको बतादें कि, हाल ही में केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में अपने एक बड़े फैसले लागू किया है| फैसला यह है कि चंडीगढ़ प्रशासन के कर्मचारियों पर केंद्रीय सर्विस रूल्स होंगे| बस केंद्र सरकार के इसी फैसले के बाद पंजाब में बौखलाहट पैदा हो गई और सीएम भगवंत मान ने विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाकर चंडीगढ़ को पंजाब को देने प्रस्ताव पेश कर दिया गया| जिसके बाद हरियाणा ने इसका विरोध किया और वह भी चंडीगढ़ को लेकर प्रस्ताव ले आया|