मयंक के पास वापसी का मौका, उत्तर प्रदेश के सामने कर्नाटक की चुनौती
मयंक के पास वापसी का मौका, उत्तर प्रदेश के सामने कर्नाटक की चुनौती
कानपुर। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) की ओर से आयोजित सबसे बड़ी घरेलू शृंखला रणजी के नाकआउट मुकाबलों की शुरूआत छह जून से बेंगलूरू में होगी। उप्र की टीम कर्नाटक के खिलाफ जीत हासिल कर वर्ष 2005-06 से चले आ रहे रणजी खिताब के सूनेपन को खत्म करने उतरेगी। हालांकि उसकी राह कठिन हो सकती है। क्योंकि कर्नाटक के मजबूत बल्लेबाजी व गेंदबाजी क्रम के सामने नाकआउट के लिए उप्र की संभावित खिलाड़ियों की सूची में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार, चाइनामैन कुलदीप यादव के साथ आइपीएल छाप छोड़ चुके मोहसिन खान का नाम शामिल नहीं है। जो उप्र के युवा खिलाड़ियों की चुनौती को कठिन कर सकता है।
उप्र ने वर्ष 2005-06 में मो. कैफ की कप्तानी में रणजी का खिताब पहली बार हासिल करने वाली उप्र की टीम लंबे समय से खिताब के लिए तरस रही है। इस बार नाकआउट मुकाबले में कर्नाटक के खिलाफ जीत उप्र के इस सपने को पूरा कर सकती है। लीग चरण के मैच में उप्र और कर्नाटक ने दो-दो मैचों में जीत और एक-एक मैच ड्रा खेलकर नाकआउट में प्रवेश किया है।
कर्नाटक की चुनाैती उप्र के लिए हो सकती है कठिन
कर्नाटक की टीम से मनीष पांडेय, समर्थ, मयंक अग्रवाल, करुण नायर, सिद्धार्थ, श्रेयस गोपाल और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे खिलाड़ी उप्र के युवा खिलाड़ियों के लिए चुनौती बन सकते हैं। हालांकि उप्र की टीम रिंकू सिंह, करन शर्मा, प्रियम गर्ग, अंकित राजपूत, यश दयाल व शिवम मावी जैसे खिलाड़ियों से कठिन डगर को आसान करने का दारोमदार होगा।
उप्र टीम के संभावित नाम
गाजियाबाद के करन शर्मा, माधव कौशिक, अभिषेक गोस्वामी, प्रिंस यादव, आराध्य यादव, वैभव चौधरी, अलीगढ़ के रिंकू सिंह, मेरठ के प्रियम गर्ग, समीर चौधरी, समीर रिजवी, सौरभ कुमार, रायबरेली के समर्थ सिंह, गोरखपुर के आंजनेय सूर्यवंशी, कानपुर के अंकित सिंह राजपूत, प्रयागराज के यश दयाल, अटल बिहारी राय, सहारनपुर के आकिब खान, हापुड़ के कार्तिक त्यागी, गौतमबुद्ध नगर के शिवम मावी, मुरादाबाद के शिवम शर्मा, सहारनपुर के जसमेर धनकर, शानू सैनी, लखनऊ के कार्तिकेय जायसवाल, मुरादाबाद के आर्यन जुयाल, आगरा के ध्रुव जुरेल, बुलंदशहर के करन चौधरी।