13 मई का दिन अडानी समूह के लिए बेहद अहम, 3 कंपनियों की बोर्ड बैठक में 5 बिलियन डॉलर तक फंड जुटाने पर लग सकती है मुहर

13 मई का दिन अडानी समूह के लिए बेहद अहम, 3 कंपनियों की बोर्ड बैठक में 5 बिलियन डॉलर तक फंड जुटाने पर लग सकती है मुहर

Adani Group Companies

Adani Group Companies

नई दिल्ली: Adani Group Companies: अरबपति गौतम अदाणी की अदाणी ग्रुप हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से हुए नुकसान के बाद एक साहसिक कदम उठाते हुए इक्विटी शेयर की बिक्री के माध्यम से 2-2.5 बिलियन अमरीकी डालर जुटाने की तैयारी कर रही है।

स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, समूह की दो कंपनियों के बोर्ड 13 मई को फंडरेजिंग के बारे में विचार करेंगे।

ये दो कंपनियां करेंगी फंड रेज (These two companies will raise funds)

अदाणी ग्रुप की दो कंपनियां अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Limited) और अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड इक्विटी शेयर के बदले फंड जुटाएगी। एक्सचेंज फाइलिंग में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने कहा कि अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के निदेशक मंडल की एक बैठक शनिवार, 13 मई, 2023 को अहमदाबाद में आयोजित की जाएगी, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ इक्विटी शेयर या किसी अन्य पात्र प्रतिभूतियों को जारी करके धन जुटाने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा और उसे मंजूरी दी जाएगी।

इसके अलावा अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Enterprises Limited) ने भी एक्सचेंज फाइलिंग में यही जानकारी दी है। हालांकि अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि कौन सी कंपनियां कितना फंड रेज करेगी।

तीन महीने पहले अदाणी ने FPO लिया था वापस (Adani took back the FPO three months ago.)

सूत्रों की माने तो इक्विटी शेयर में खरीदी के लिए यूरोप और मध्य पूर्व में निवेशक मजबूत रुचि दिखा रहे हैं। आपको बता दें कि अदाणी एंटरप्राइजेज ने तीन महीने पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद, 20,000 करोड़ रुपये के एफपीओ को वापस ले लिया था और सब्सक्राइबर्स को पैसे वापस कर दिए थे।

निवेशकों का भरोसा वापस जीतने की कोशिश (Trying to win back the trust of investors)

अदाणी ग्रुप अलग-अलग तरीकों से अपने निवेशकों का भरोसा जीतने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए ग्रुप समय से पहले लोन को चुकाने का एलान और नई परियोजनाओं पर खर्च करने की अपनी गति को कम करने की योजना जैसे कदम उठा रहा है।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से हुआ था नुकसान (The loss was caused by Hindenburg's report)

यूएस शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी में अदाणी समूह पर लेखांकन धोखाधड़ी और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट जारी की, जिसने समूह के बाजार मूल्य में लगभग 145 बिलियन अमरीकी डालर को अपने न्यूनतम बिंदु पर ला दिया था।

हालांकि अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों का खंडन किया था। 24 जनवरी की हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह जो धन जुटाना चाह रहा है, वह समूह की सबसे बड़ी उधारी होगी। जुटाए गए धन का उपयोग समूह की विस्तार परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए किया जाना है।

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