मौलाना मदनी का योगी आदित्यनाथ के बयान पर कड़ा विरोध; कहा- "बयान भ्रामक और संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला"!
- By Arun --
- Friday, 10 Jan, 2025
Maulana Mahmood Madani criticizes Yogi Adityanaths statement on Waqf properties calls it misleading
नई दिल्ली, 10 जनवरी: Maulana Madani Condemns Yogi Adityanath's Statement on Waqf Properties: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वक्फ संपत्तियों के संबंध में दिए गए बयान पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। मौलाना मदनी ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान न केवल भ्रामक है, बल्कि यह वास्तविकता से भी परे है। उनका आरोप है कि इस बयान से योगी आदित्यनाथ ने अपने संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है और ऐसा लगता है कि वह एक विशेष अल्पसंख्यक वर्ग के खिलाफ खड़े हैं।
वक्फ संपत्तियों का उद्देश्य सामाजिक कल्याण - मदनी
मौलाना मदनी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों का मुख्य उद्देश्य हमेशा से सामाजिक भलाई और कल्याण रहा है। इन संपत्तियों का उपयोग इस्लामी शिक्षाओं के अनुसार मस्जिदों, शैक्षिक संस्थाओं, अस्पतालों, अनाथालयों और जरूरतमंदों की मदद के लिए किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि वक्फ बोर्ड की स्थापना 1954 के वक्फ अधिनियम के अंतर्गत की गई थी, और अधिकांश राज्य सरकारें वक्फ संपत्तियों की देखरेख और संरक्षण करती हैं।
वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए मजबूत कानूनी व्यवस्था
मौलाना मदनी ने यह भी कहा कि भारतीय कानून ने वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए एक विधिवत और मजबूत व्यवस्था की है। वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा के लिए एक सेंट्रल वक्फ काउंसिल भी काम करती है, जो भारत सरकार के अधीन कार्य करती है। उनका मानना है कि मुख्यमंत्री का बयान 'वक्फ बोर्ड एक भू-माफिया है' भारत के कानून और संविधान के खिलाफ प्रतीत होता है।
वक्फ भूमि पर सरकारी और गैर-सरकारी कब्जा, मदनी का आरोप
मौलाना मदनी ने यह भी आरोप लगाया कि वक्फ संपत्तियों पर कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं का कब्जा है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने संसद में स्वीकार किया था कि 58,929 वक्फ संपत्तियां अतिक्रमण का शिकार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय को वक्फ संपत्तियों से संबंधित शिकायतें मिलती रहती हैं, जिन्हें राज्य वक्फ बोर्डों और सरकारों को उचित कार्रवाई के लिए भेज दिया जाता है।
योगी आदित्यनाथ के बयान पर मदनी की आपत्ति
मौलाना मदनी ने योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी कि वक्फ की जमीनें वापस लेकर गरीबों के लिए घर और अस्पताल बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह एक राजनीतिक दावा है, जिसमें वक्फ के असल उद्देश्यों की उपेक्षा की जा रही है। वक्फ संपत्तियां हमेशा से गरीबों, अनाथों और जरूरतमंदों की मदद के लिए समर्पित की जाती रही हैं, और इनका उपयोग कल्याणकारी उद्देश्यों के लिए होना चाहिए।
सरकार से आग्रह, वक्फ की भूमि का उपयोग उनके वास्तविक उद्देश्यों के लिए किया जाए
मौलाना मदनी ने सरकार से यह आग्रह किया कि वक्फ से संबंधित मामलों में संवैधानिक और कानूनी प्रविधानों का सम्मान किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक राज्य में वक्फ बोर्डों को और मजबूत किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वक्फ भूमि का उपयोग उनके मूल कल्याणकारी उद्देश्यों के लिए ही किया जाए।