यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, UP STF ने हरियाणा से दबोचा
UP Police Paper Leak
UP Police Paper Leak: उत्तर प्रदेश पुलिस में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का सूत्रधार महेंद्र शर्मा आखिरकार एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया. इस जालसाज की गिरफ्तारी मंगलवार की शाम जींद जिले के पिल्लुखेड़ा से हुई. यहां रेलवे फाटक के पास स्टेट बैंक के बेसमेंट में बनी दुकान में छिपकर बैठा था. एसटीएफ की टीम ने इस जालसाज की गिरफ्तारी मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में दर्ज मुकदमे में करते हुए कोर्ट में पेश किया. जहां से इसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
इस मामले में अब तक कुल 7 जालसाजों की गिरफ्तारी हो चुकी है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक 18 फरवरी को हुए पुलिस भर्ती परीक्षा में पहली बार हरियाणा कनेक्शन सामने आया है. पिल्लुखेड़ से पकड़ा गया आरोपी महेंद्र शर्मा हरियाणा में जींद जिले का रहने वाला है. आरोप है कि महेंद्र ने ही 18 फरवरी को दूसरी पाली का पेपर आउट कराया था. पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि 18 फरवरी को हुई परीक्षा का क्वेश्चन पेपर आरोपी ने दो दिन पहले 16 फरवरी को ही गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में पहुंचा दिया था.
फोन में मिला सबूत
एसटीएफ ने आरोपी के पास से उसका मोबाइल फोन भी कब्जे में लिया है. इसके अलावा उसकी निशानदेही पर क्वेश्चन पेपर और आंसर शीट भी बरामद किया गया है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली पुलिस में तैनात विक्रम के जरिए महेंद्र रिसॉर्ट तक पहुंचा था. फिर इसी रिसॉर्ट से इस पूरे खेल को अंजाम दिया गया. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी के मोबाईल फोन में एक वीडियो भी मिला है, जिसमें वह अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ा रहा है.
16 फरवरी को ही आ गई थी आंसरशीट
इस परीक्षा का पेपर आउट होने के बाद से ही एसटीएफ की मेरठ फील्ड यूनिट मामले की जांच कर रही थी. इस यूनिट ने इस धांधली से जुड़े 6 लोगों को पहले ही अरेस्ट कर जेल भेज दिया था. वहीं अब मुख्य सूत्रधार को अरेस्ट किया गया है. एसटीएफ की पूछताछ में आरोपी महेंद्र शर्मा ने बताया कि वह अमनदीप पुत्र मंहगा निवासी पिल्लुखेडा जींद की दुकान में काम करता है. यहीं पर 15 फरवरी को उसके गांव में रहने वाला विक्रम जो दिल्ली पुलिस में नियुक्त है, मिला और अपने साथ मानेसर गुरुग्राम स्थित रिसोर्ट में ले गया.
गिरोह के सदस्यों के नाम बताए
इस रिसोर्ट में करीब 300-400 परीक्षार्थी पहले से मौजूद थे. रिसोर्ट का मालिक भी पहले से वहां मौजूद था. विक्रम ने सबके साथ मीटिंग की और अगले दिन 16 फरवरी को आंसरशीट सबको बांट दिया. उसके साथ कुछ और लोग भी थे, जो इस वारदात में शामिल थे. महेंद्र ने उन सभी आरोपियों के नाम पते एसटीएफ को बताए हैं. अब एसटीएफ की टीम इन आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
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