दिल्ली चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन, पुलिस ने जब्त की लाखों लीटर शराब और करोड़ों के नशीले पदार्थ!
- By Arun --
- Thursday, 06 Feb, 2025
Massive Crackdown in Delhi Elections: Over 1 Lakh Liters of Liquor, Drugs Worth Crores Seized!
नई दिल्ली, 6 फरवरी: Delhi Police Crackdown on Election Violations: दिल्ली विधानसभा चुनाव की वोटिंग पूरी हो चुकी है, लेकिन इस दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के कई मामले सामने आए हैं। दिल्ली पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए एक महीने में ही हजारों गिरफ्तारियां की हैं और बड़ी मात्रा में अवैध शराब, नशीले पदार्थ और नकदी जब्त की है।
आचार संहिता लागू होते ही शुरू हुई सख्ती
दिल्ली पुलिस के अनुसार, 7 जनवरी से आचार संहिता लागू होने के बाद से लेकर 5 फरवरी तक विशेष अभियान चलाया गया था। इस दौरान 1,098 मामले दर्ज किए गए, जिनमें चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन, अवैध हथियार रखने और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े मामले शामिल हैं।
हजारों लोग गिरफ्तार, हथियार भी बरामद
पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, विभिन्न मामलों में 35,020 लोगों को हिरासत में लिया गया या गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 472 अवैध हथियार और 534 कारतूस भी जब्त किए गए।
शस्त्र अधिनियम के तहत पुलिस ने 496 लोगों को गिरफ्तार किया, जिससे चुनाव के दौरान हिंसा की आशंका को कम किया जा सके।
एक लाख लीटर से ज्यादा शराब जब्त
दिल्ली पुलिस ने अवैध शराब तस्करों पर भी सख्ती दिखाई। इस दौरान 1,14,699 लीटर अवैध शराब जब्त की गई और 1,423 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
नशीले पदार्थों पर भी पुलिस की नजर
पुलिस ने बताया कि अभियान के तहत 77.9 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 206.712 किलोग्राम नशीले पदार्थ जब्त किए गए। इसके अलावा, 1,200 से अधिक प्रतिबंधित इंजेक्शन भी बरामद किए गए। इन मामलों में 179 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
नकदी और कीमती धातु की जब्ती
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 11.70 करोड़ रुपये नकद और 37.39 किलोग्राम चांदी भी जब्त की है। माना जा रहा है कि यह रकम चुनाव प्रचार और अन्य अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाली थी।
दिल्ली पुलिस की कड़ी निगरानी
दिल्ली पुलिस ने साफ कर दिया है कि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आचार संहिता लागू होने के बाद से लगातार पुलिस की विशेष टीमें राजधानी में नजर बनाए हुए थीं, जिससे चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।
अब सभी की निगाहें 8 फरवरी को आने वाले चुनाव परिणामों पर टिकी हैं, लेकिन इस बीच पुलिस की यह कार्रवाई चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए अहम मानी जा रही है।