यूक्रेन में फंसे हैं सहारनपुर के कई छात्र, परिजनों ने सरकार से की ये अपील
यूक्रेन में फंसे हैं सहारनपुर के कई छात्र, परिजनों ने सरकार से की ये अपील
लखनऊ। रूस-यूक्रेन के बीच जंग ने उन भारतीय छात्र- छात्राओं की जिंदगी खौफ में डाल दी है जो वहां रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिलों के 100 से अधिक विद्यार्थी हैं जो धमाकों के बीच छटपटा रहे हैं। यहां उनके स्वजन की नींद उड़ गई है। स्वजन वीडियो काल करके उनका कुशलक्षेम जान रहे हैं। फिरोजाबाद के मुस्तफाबाद में रहने वाले डा. एसए खान के बेटे डा. शाहरुख ने वीडियो काल कर उन्हें बताया- 'पापा, यहां चार धमाके सुनाई दिए हैं, मगर मैं सुरक्षित हूं।'
डा. शाहरुख यूक्रेन के ओडिसा शहर स्थित नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की शिक्षा ले चुके हैं। 31 जनवरी को वे डिग्री लेने गए थे, लेकिन समय पर लौट न सके। बिजनौर जिले के 10 से अधिक विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे हैं। कीव शहर से हितेष ने फोन पर बताया कि तेज धमाकों की आवाज से नींद खुली। वाहनों के सायरन गूंज रहे हैं, अफरातफरी मची है। किसी तरह जरूरत का सामान लाए, कुछ विद्यार्थी दूतावास के पास एक स्कूल में ठहरे हैं।
बागपत जिले के पांच विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे हैं। ओडेसा में पढ़ रही अनुष्का ढाका के मकान से 500 मीटर दूर बम फटा। भयभीत अनुष्का ने 14 किमी दूर अपनी मित्र दीप्ति के मकान पर जाकर शरण ली। सुभानपुर गांव के अक्षत त्यागी क्रिवोग्राड में हैं। वहां जरूरी सामान व दवा खरीदने को भीड़ है। सहारनपुर जिले से 11 विद्यार्थी यूक्रेन में हैं। कीव से छात्र अनिरुद्ध ने मां रजनी को वीडियो काल कर बताया कि साथियों सहित एक स्थान पर है। सड़कों पर सैनिक गश्त कर रहे हैं। सेना एलान कर रही है कि तीन सायरन बजते ही मेट्रो के बंकर में चले जाना।
इसी तरह मुजफ्फरनगर के सात व शामली के 12 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं। झिंझाना के डा. प्रशांत का टिकट कन्फर्म था। वह कीव में एयरपोर्ट पर पहुंचे तभी हमले शुरू हो गए। प्रशांत एयरपोर्ट के नीचे बने बंकर में छिपे हैं।
आगरा से सात, कासगंज के चार, मथुरा और मैनपुरी से तीन-तीन और अलीगढ़ के करीब 40 छात्र वहां फंसे हुए हैं। एटा के मारहरा नगर पालिका परिषद के ईओ कैलाश नाथ मिश्रा की बेटी गरिमा यूक्रेन के हार्लिवस्का शहर में फंसी हुई है। अमरोहा, संभल और रामपुर के भी कई छात्र घर वापसी की राह देख रहे हैं।
विनित्सिया मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस तीसरे वर्ष के छात्र गोरखपुर के बिछिया निवासी अतुल श्रीवास्तव के पुत्र मनु शरण श्रीवास्तव ने स्वजन को बताया कि गुरुवार को विनस्तिया में भी बम फूटा। लोग दहशत में हैं। उनकी टर्की एयरवेज से 26 फरवरी को फ्लाइट थी, लेकिन अभी कैंसिल होने की सूचना मिल रही है। एयरपोर्ट पर रूस का कब्जा हो गया है। हालांकि अभी एयरवेज की तरफ से उन्हें मेल नहीं मिली है। एयर इंडिया की फ्लाइट भी लैंडिंग न हो पाने से वापस हो गई।
आजाद नगर, बांसी, सिद्धार्थ नगर के सुशांत पांडेय वहां एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र हैं। उनके पिता ने भी ई-टिकट भेजा है, लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने से वह मायूस हैं। रामजानकी नगर निवासी अजीत ङ्क्षसह के पुत्र आकाश ङ्क्षसह यूक्रेन के खार्विव नेशनल मेडिकल इंस्टीट्यूट में एमबीबीएस चतुर्थ वर्ष के छात्र हैं। आकाश ने बताया कि खार्विव में भी बम ब्लास्ट हुआ है। उनके साथ ही अन्य बच्चे भी दूतावास के संपर्क में हैं। फिलहाल हास्टल में सुरक्षित हैं, लेकिन शहर का माहौल बिगड़ रहा है।
हर तरफ दहशत, पानी मिलना भी हो रहा मुश्किल : बरेली मंडल के करीब 15 एमबीबीएस छात्र-छात्राएं यूक्रेन में फंसे हैं। कार्किव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढाई कर रहे फतेहगंज पश्चिमी के जाकिर के बेटे आसिफ ने स्वजन को फोन कर कहा कि यहां राशन की दुकानों पर लंबी लाइन लगी है। पानी सीमित मात्रा में दिया जा रहा है। हर कोई दहशत में दिख रहा।
एमबीबीएस कर रहे छात्रों में भय का माहौल : यूक्रेन में वाराणसी की तीन छात्राओं सहित आधा दर्जन से अधिक एमबीबीएस के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। वहां के हालात से खुद छात्र तथा उनके स्वजन काफी घबराए हुए हैं, उनकी बस एक ही चिंता है कि किसी तरह उनके बच्चे स्वदेश लौट आएं। सुबह से ही इंटरनेट मीडिया पर वाराणसी के कमल सिंह का वीडियो वायरल हो रहा है, वहां के हालात बताते हुए वह भारत सरकार व भारतीय दूतावास से स्वयं समेत अपने साथियों को निकालने की गुहार लगा रहे हैं। उनके साथ हापुड़ के एक और मित्र हैं।