काफ़ी उतार चढ़ाव से भरपूर था ममता कुलकर्णी का जीवन

काफ़ी उतार चढ़ाव से भरपूर था ममता कुलकर्णी का जीवन, ड्रग माफिया से शादी, स्टारडम और लाइमलाइट छोड़ बनी साध्वी

 ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े में आध्यात्मिक जीवन अपनाया।

 

Mamta Kulkarni: जब से बॉलीवुड की चर्चित एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी ने संन्यास लेने की घोषणा की है, और महामंडलेश्वर बनीं हैं, तब से पुरे सोशल मीडिया पर केवल ममता कुलकर्णी के ही नाम गूंज रहे हैं। ममता कुलकर्णी पुरे सोशल मीडिया पर छाई हुई है और हो भी क्यों ना स्टारडम और लाइम लाइट की दुनिया से अचानक सन्यास ले लेना किसी अचंभा से कम नहीं था। ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर केवल बॉलीवुड इंडस्ट्री ही नहीं बल्कि पूरा भारत शॉक्ड है। तो चलिए थोड़ी सी झलकियां ममता कुलकर्णी के जीवन की देखते हैं।

 

किन्नर अखाड़ा में बनी महामंडलेश्वर

 

आपको बता दे की ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े में आध्यात्मिक जीवन अपनाया। बहुत सारे लोग कह रहे हैं कि अचानक से वह महामंडलेश्वर कैसे बन गई? क्योंकि महामंडलेश्वर बनने के लिए पहले दीक्षा लेनी पड़ती है और एक लंबी अवधि में तपस्या करके सांसारिक जीवन के प्रवृत्ति मार्ग को छोड़ना पड़ता है। अखाड़े का नियम है कि जो व्यक्ति महामंडलेश्वर बनता है, उन्हें सन्यासी होना चाहिए। लोग यह भी कह रहे हैं कि महामंडलेश्वर बनने के लिए सांसारिक मोह माया के लिए त्याग की भावना होनी चाहिए पारिवारिक संबंधों से दूर होना चाहिए और वेद पुराणों का ज्ञान होना चाहिए, लेकिन यह बात किसी से नहीं छपी है कि ममता कुलकर्णी का जीवन केवल विवादों से और कई चुनौती पूर्ण समस्याओं से उलझा हुआ था।

 

ड्रग माफिया से की थी शादी

 

आपको बता दें कि ममता कुलकर्णी ने 2013 में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को छोड़कर ड्रग माफिया विकी गोस्वामी से दुबई में शादी कर ली थी। यह वही ड्रग माफिया है जिसे दुबई में ड्रग्स तस्करी के लिए 12 वर्षों की जेल हुई थी। हालांकि ममता कुलकर्णी इन आरोपों को गलत बताती हैं लेकिन सच्चाई यह है कि वर्ष 2016 में मुंबई पुलिस ने ड्रग्स तस्करी के एक मामले में उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था। वही मुंबई पुलिस ने बताया कि उसने मुंबई से 80 लख रुपए की ड्रग्स बरामद की थी जिसका संबंध ऐसी कंपनी से था, जिसकी डायरेक्टर ममता कुलकर्णी थी। ममता कुलकर्णी खुद कहती है कि वह ड्रग्स माफिया विकी गोस्वामी से प्यार करती थी, और इस दौरान वह वर्ष 2000 से 2024 तक भारत से दूर रहीं।

 

अंडरवर्ल्ड कनेक्शन

जब ममता कुलकर्णी ने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ नहीं था, तब उन पर अंडरवर्ल्ड के कनेक्शन होने के भी आरोप लगे थे। कहा जाता है कि एक फिल्म के लिए उन्होंने अंडरवर्ल्ड के अपराधियों से डायरेक्ट को फोन करवाया था वर्ष 1993 में ममता कुलकर्णी ने एक मैग्जीन के लिए टॉपलेस फोटोशूट भी कराया था जिस पर देश भर में काफी हंगामा हुआ था। यही कारण है कि आज ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने से लोग हैरान है। आपको बता दें कि कितना अखाड़ा सनातन धर्म के 13 प्रमुख अखाड़े से अलग है यह वे अखाड़ा है जिसमें सन्यासी बनने के बाद भी भौतिक जीवन जिया जा सकता है और इसमें महामंडलेश्वर बनने के लिए सांसारिक और पारिवारिक रिश्तों को खत्म करना जरूरी नहीं होता और इसीलिए ममता कुलकर्णी ने साखर को चुना जब वह भौतिक जीवन जीते हुए भी संन्यासी बनकर रह सकेंगे।