डॉक्टरो के विरोध के बीच ममता सरकार का दुर्गा पूजा महोत्सव मौत का नृत्य है: राज्यपाल
हाल ही में हुए बंगाल के RG KAR की घटना से पूरा बंगाल शोक में डूबा है वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी की सरकार दुर्गा पूजा के उत्सव में इस प्रकार लीन है, जैसे कभी कुछ हुआ ही ना हो। इसी बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने बुधवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशान साधा और कहा की ममता सरकार आरजी कर घटना में अपने कर्तव्यों का पालन करने में असमर्थ है। तो चलिए पूरे विस्तार से हम आपको जानकारी देते हैं।
बंगाल के राज्यपाल और ममता बनर्जी के बीच अक्सर विवाद देखने को मिलता है। वही राज्यपाल ने दुर्गा पूजा कार्निवल में मुख्यमंत्री के डांडिया नृत्य पर भी कटाक्ष किया और रोमन सम्राट नीरो से तुलना की जिन्होंने रोम जलते समय बांसुरी बजाई थी। इसके साथ ही ममता सरकार को अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण करने का आग्रह किया। राज्यपाल बोस ने कहा कि जब रोम जल रहा था तब नीरो ने बांसुरी बजाई थी क्या पश्चिम बंगाल में इतिहास खुद को दोहरा रहा है? कौन नकल करने की कोशिश कर रहा है? कहा जाता है मैं रोमन सम्राट हूं इसलिए व्याकरण से ऊपर हूं क्या कोई ऐसा है जो कहता है मैं शासक हूं इसलिए कानून से ऊपर हूं?
इसके अलावा राज्यपाल ने आरोप लगाया कि आर जी कर मामले में एक पुलिस अधिकारी और एक वरिष्ठ डॉक्टर की गिरफ्तारी ने फिर से पश्चिम बंगाल राज्य सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त संस्थागत अपराध की ओर इशारा किया है नागरिकों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करना राज्य सरकार विशेष रूप से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कर्तव्य है यहां सरकार अपने मूल कर्तव्यों को पूरा करने में वीफल हो रही है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल की यह टिप्पणी सोमवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों द्वारा सौंपे गए एक पत्र के बाद आई जिसमें 9 अगस्त को राज्य द्वारा संचालित अस्पताल में अपने सहकर्मी के बलात्कार हत्या की सीबीआई द्वारा गहन जांच की मांग की गई। यह पत्र प्रदर्शनकारी डॉक्टर द्वारा सौंपा गया था जिन्होंने सोमवार को राजभवन तक मार्च निकाला और अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की सिफारिश की। राजभवन तक मार्च करने वाले डॉक्टर में से एक ने सोमवार को कहा कि हम सीबीआई द्वारा अपने आरोप पत्र में कही गई बातों को स्वीकार नहीं कर सकते कि अपराध के पीछे केवल एक व्यक्ति था। हम आर जी कर अस्पताल में अपनी दोस्त के बलात्कार और हत्या की त्वरित और पारदर्शी जांच की मांग करते हैं।