दुखियों को सुखी करना यानी मानव कल्याण ही एकमात्र उद्देश्य : जगद्गुरु वसंतविजयानंद गिरिजी महाराज

दुखियों को सुखी करना यानी मानव कल्याण ही एकमात्र उद्देश्य : जगद्गुरु वसंतविजयानंद गिरिजी महाराज

Jagadguru Vasant Vijayanand Giriji Maharaj

Jagadguru Vasant Vijayanand Giriji Maharaj

जगद्गुरुदेव का दर्शन, वंदन कर आशीर्वाद लेने पहुंचे टेक्सटाइल मिनिस्टर पाटिल व भाजपा सांसद पीसी मोहन सहित अनेक

बेंगलूरु। Jagadguru Vasant Vijayanand Giriji Maharaj: जो साधक है वही संत है और संतों का काम है संस्कार, सदाचार का प्रचार करना। भक्त और भगवान के सेतु के रूप में बतौर जगद्गुरु या एक सिद्ध साधक के रूप में हमारा लक्ष्य ही लोगों का भला करना है। ऐसा करने में हमारी आत्मा भी खुश होती है। स्थानीय हनुमंत नगर स्थित मातृछाया में नौ दिवसीय श्री भैरव पद्मावती जप, साधना, आराधना हवन यज्ञ महा महोत्सव में परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्त श्री विभूषित कृष्णगिरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज ने रविवार को यह बातें कही। उनके दर्शन वंदन एवं आशीर्वाद लेने के लिए कर्नाटक राज्य के टेक्सटाइल मिनिस्टर शिवानंद एस पाटिल तथा बेंगलूरु सेंट्रल से भाजपा सांसद पीसी मोहन ने भी आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान दोनों राजनेताओं का श्री भैरव पद्मावती भक्त मंडल के सदस्यों द्वारा माल्यार्पण, शल्यार्पण तथा मेमेंटो भेंटकर स्वागत सत्कार भी किया गया। अपने प्रेरणादाई प्रवचन में जगद्गुरु ने दोनों राजनेताओं को गौ सेवा, समाज सेवा एवं भूखे लोगों को भोजन कराने के साथ-साथ आज के दौर में युवाओं को रोजगार से जोड़ने के पहल की भी सीख दी। उन्होंने कहा कि संत जिस प्रकार जन-जन की आस्था के केंद्र अर्थात् प्रतीक होते हैं वैसे ही राजनेता भी जनता के प्रतिनिधि के तौर पर चुने जाकर शासन चलाते हैं, उन्हें अपनी प्रभावी भूमिका कर्म को धर्म मानकर ही करनी होगी। कृष्णगिरी पीठाधीश्वर वसंत विजयानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि वे इस धरा पर जगत जननी, राजराजेश्वरी, धनदेश्वरी देवी मां पद्मावतीजी की कृपा से अब तक लाखों लोगों को बगैर जात पात के अर्थात बिना भेदभाव के सन्मार्ग पर आगे बढ़ा रहे हैं क्योंकि मानव कल्याण ही उनका एकमात्र उद्देश्य है। मय उदाहरण के उन्होंने कहा कि एक प्यासे को सिर्फ पानी से मतलब होता है, ठीक उसी प्रकार एक दुखी को सिर्फ सुख चाहिए, ऐसे में परमात्मा की अदृश्य शक्तियों से दूर रहने वाला नासमझ व्यक्ति जगद्गुरु के चरणों में आकर सही राह व सन्मार्ग की ओर बढ़ सकता है। इस दौरान सुबह के सत्र में जगद्गुरु का साधना, जाप, आराधना क्रम जारी रहा। वहीं शाम के सत्र में हवन यज्ञ में आहुतियां दी गई। पूज्य जगद्गुरुदेवश्रीजी के दर्शन वंदन के लिए अनेक राजनेताओं, पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति दर्शाई। इस दौरान गुरुभक्त अश्विन सेमलानी, चंदूलाल गांधी, बंसीलाल पितलिया, रमेश मुथा, श्यामदास संत, रतनचंद श्रीश्रीमाल, कन्हैयालाल ओस्तवाल, बबीता देवी, विमला देवी, रेखा बेन, नेहा, दीपिका, आयुषी, लीला बाई, रतनीबाई मेहता, दीपक शाह, किशन बोहरा, जीतू शुक्लेचा, पुनीत गांधी, मनीष मेहता, देवेंद्र डॉषी सहित अनेक गुरुभक्त भी मौजूद रहे। बेंगलूरु, तमिलनाडु, राजस्थान सहित अनेक शहरों व राज्यों से श्रद्धालु भक्तों ने शिरकत कर जगद्गुरुदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण यूट्यूब चैनल थॉट योगा पर लाइव प्रसारित किया गया।