Maharashtra Devendra Fadnavis- महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफे की पेशकश की; BJP के खराब प्रदर्शन से दुखी, बोले- मैं लेता हूं हार की जिम्मेदारी

महाराष्ट्र के डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफे की पेशकश की; BJP के खराब प्रदर्शन से दुखी, बोले- मैं लेता हूं हार की जिम्मेदारी

Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis Offers To Resign News Update

Maharashtra Deputy CM Devendra Fadnavis Offers To Resign

Maharashtra Devendra Fadnavis: लोकसभा चुनाव-2024 का रिजल्ट बीजेपी की उम्मीदों पर पानी फेर गया। हरियाणा, राजस्थान, यूपी, और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में बीजेपी की नैया डूब गई। परिणाम यह हुआ कि, 2014 और 2019 में बहुमत पार जाने वाली बीजेपी इस बार बहुमत को छू तक नहीं पाई। अब आलम यह है कि, सरकार बनाने के लिए बीजेपी को एनडीए दलों का सहारा लेना पड़ रहा है। क्योंकि बहुमत बीजेपी-एनडीए गठबंधन को मिला है।

इधर महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। वह अपना पद छोड़ना चाहते हैं। हार की जिम्मेदारी खुद लेकर फडणवीस ने अब संगठन में कार्य करने की इच्छा जताई है।

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं महाराष्ट्र में ऐसे नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं। मैं पार्टी का नेतृत्व कर रहा था। मैं भाजपा आलाकमान से अनुरोध करता हूं कि मुझे सरकार की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए ताकि मैं आगामी चुनाव में पार्टी के लिए कड़ी मेहनत कर सकूं। मैं विधानसभा चुनाव के लिए पूरा समय देना चाहता हूं।

सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा- चुनावी हार सामूहिक जिम्मेदारी

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा उन्हें राज्य सरकार से मुक्त करने के प्रस्ताव पर कहा कि चुनावी हार सामूहिक जिम्मेदारी है। तीनों पार्टियों ने चुनाव में मिलकर काम किया था। वोट शेयर देखें तो मुंबई में महायुति को दो लाख से ज्यादा वोट मिले।

शिंदे ने कहा कि हार के कारणों की ईमानदारी से समीक्षा की जाएगी। पिछले दो सालों में सरकार ने राज्य में कई अच्छे फैसले लिए हैं। मैं जल्द ही देवेंद्र जी से बात करूंगा। हमने पहले भी साथ मिलकर काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। हम विपक्ष के झूठे दावों का मुकाबला करने में सामूहिक रूप से विफल रहे हैं।

बता दें कि, महाराष्ट्र में एनडीए सिर्फ 17 सीटों पर ही सिमट गया। जबकि कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने 30 सीटों पर कब्जा कर लिया। कांग्रेस को 13 सीटें, शिवसेना (यूबीटी) को 9 सीटें, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं 48 सीटों में से बीजेपी को 9 सीटें, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 7 सीटें और अजीत पवार की एनसीपी को 1 सीट मिली।