महाराष्ट्र में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भगदड़; ट्रेन में बैठने के लिए लोगों की भीड़ बेकाबू हुई, कई लोग घायल, चीख-पुकार, VIDEO आए
Maharashtra Bandra Railway Station Stampede Video
Bandra Station Stampede: दिवाली का त्योहार है। ऐसे में बाहर रहने वाले लोग अपने घरों को जाने के लिए निकल पड़े हैं। वहीं ज़्यादातर लोग ट्रेन में ही यात्रा कर रहे हैं। जिसके चलते देश के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इस बीच आज महाराष्ट्र में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा हादसा भी हो गया। यहां एक साप्ताहिक ट्रेन (अंत्योदय एक्सप्रेस) में बैठने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
आलम यह रहा कि, इस दौरान अचानक से ट्रेन में बैठने और सीट पाने के लिए लोगों की भीड़ प्लेटफॉर्म पर बेकाबू हो गई। जिसके बाद भीड़ में लोगों की ऐसी भगदड़ मची कि कई लोग एक-दूसरे के धक्के से गिरे और बुरी तरह दबे और कुचले गए। हालांकि, हादसे के दौरान रेलवे फोर्स (RPF) और जीआरपी की टीम मौके पर मौजूद थी। भीड़ को काबू करने की तत्काल कोशिश की गई। वहीं घायलों को भीड़ के बीच से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। सूचना के मुताबिक, भगदड़ में कोई हताहत नहीं हुआ है। जबकि 10 लोगों के घायल होने की खबर है। 2 लोगों की हालत ज्यादा खराब हुई है।
चप्पलें बिखरीं, सामान बिखरा
बांद्रा रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान जहां लोग दब गए और कुचल गए तो वहीं भगदड़ शांत होने के बाद की जो तस्वीर देखने में आई। उसमें देखा गया कि, प्लेटफॉर्म और ट्रक पर जगह-जगह लोगों की चप्पलें बिखरीं पड़ीं थीं। उनका सामान और खाने का सामान भी लावारिस हालत में बिखरा हुआ दिखाई दिया। बताया जा रहा है कि, बांद्रा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर भीड़ के कारण भगदड़ मची। अधिकतर यात्री पूर्वांचल के थे जो त्योहार में घर जाने के लिए ट्रेन पकड़ने आए थे। यह ट्रेन बांद्रा से गोरखपुर की तरफ जा रही थी।
सप्ताह में चलने वाली यह अनारक्षित ट्रेन है
बांद्रा टर्मिनस पर भगदड़ पर ठाणे सेंट्रल रेलवे के डिप्टी कमिश्नर मनोज नाना पाटिल ने कहा, "अंत्योदय एक्सप्रेस एक साप्ताहिक ट्रेन है जो हर रविवार को चलती है। इसमें 22 डिब्बे होते हैं। सभी डिब्बे अनारक्षित हैं। इस ट्रेन में सीटों का रिजर्वेशन नहीं होता है। आम लोग आसानी से इस ट्रेन का खर्च उठा सकते हैं, इसलिए इस ट्रेन में आमतौर पर भीड़ होती है। लेकिन अभी दिवाली के चलते भीड़ में और इजाफा हुआ है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि, कल एक स्पेशल ट्रेन चलने वाली थी। लेकिन वो चली नहीं। जिसके चलते आज इस ट्रेन में जाने वाले लोगों की भीड़ एकदम से बढ़ गई। जिसके चलते यह हादसा हुआ। हादसे से पहले रेलवे की फोर्स मौजूद थी और लोगों की लाइन भी लगाई जा रही थी ताकि भीड़ एकदम से आगे न बढ़े। लेकिन लोग जल्दबाजी में अचानक सीट पाने के लिए दौड़ पड़े। जिसके बाद RPF की टीम ने फौरन भीड़ को काबू में करने और घायल लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि, यह हादसा कैसे हुआ। हम तथ्यों की जांच कर रहे हैं।
कांग्रेस ने हादसे के लिए बीजेपी पर हमला बोला
कांग्रेस ने हादसे के लिए बीजेपी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने वीडियो जारी करते हुए कहा- मुंबई के बांद्रा टर्मिनस रेलवे स्टेशन से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। दीवाली और छठ पर घर जा रहे लोगों से स्टेशन खचाखच भरा हुआ था। इस बीच ट्रेन आई और भगदड़ मच गई। इसमें 10 लोगों के घायल होने की सूचना है। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें। इस घटना ने मोदी सरकार में रेल व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी है। जबकि रेल मंत्री दिवाली और छठ के लिए 7000 स्पेशन ट्रेनें चलाने की बात करते हैं।
मुंबई के बांद्रा टर्मिनस रेलवे स्टेशन से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है।
दीवाली और छठ पर घर जा रहे लोगों से स्टेशन खचाखच भरा हुआ था। इस बीच ट्रेन आई और भगदड़ मच गई। इसमें 10 लोगों के घायल होने की सूचना है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि वे घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।… pic.twitter.com/u5VKzkCCGj
वहीं कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, "महाराष्ट्र में जंगलराज है। कुछ दिन पहले खबर आई थी कि एक नेता को सरेआम गोली मार दी गई। आज खबर आ रही है कि भीड़ के कारण 9 लोग घायल हो गए। ये(भाजपा) शोर मचाते हैं कि डबल इंजन की सरकार होगी तो सब ठीक हो जाएगा। वहां डबल इंजन की सरकार है, उनके पास रेलवे भी है और कानून व्यवस्था भी। अगर यात्रियों के साथ ऐसी घटनाएं होंगी तो रेलवे पर कौन भरोसा करेगा?
इसके अलावा शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने कहा, "जब से प्रधानमंत्री मोदी की सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है और रेल मंत्री को फिर से जिम्मेदारी सौंपी गई है, तब से देश में 25 से ज्यादा बड़ी रेल दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। मुंबई जैसे शहर में, जिसे उपनगरीय रेलवे कहा जाता है... देखिए वहां क्या हाल है? आप बुलेट ट्रेन, मेट्रो आदि की बात करते हैं। नितिन गडकरी हवा में बस चलाने की बात करते हैं, लेकिन आप जमीन पर हकीकत देख रहे हैं... बांद्रा में जो हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या रेल मंत्री जिम्मेदार नहीं हैं?..."