खड़ेश्वर बाबा, 8 साल से 24 घंटे खड़े; महाकुंभ में काफी वायरल, खड़े-खड़े ही सोते, हर तरह का काम खड़े-खड़े, हरियाणा के बताए जा रहे
Khadeshwar Baba in MahaKumbh 2025 Prayagraj Sangam Video News
Khadeshwar Baba: प्रयागराज महाकुंभ 2025 में एक से बढ़कर एक बाबा पहुंचे हुए हैं। सबका अपना अलग और अनोखा अंदाज है। कोई सालों से अपना एक हाथ ऊपर किए हुए है तो कोई सालों से कुछ बोल ही नहीं रहा है। इसी तरह से सबका कुछ न कुछ अपना तप और हठ योग है। वहीं महाकुंभ में एक बाबा ऐसे भी आए हैं। जिन्हें खड़ेश्वर बाबा के नाम से जाना जा रहा है।
ये बाबा पिछले कई सालों से सिर्फ खड़े ही हैं। इसी वजह से इनका नाम भी खड़ेश्वर बाबा पड़ गया है। वैसे बाबा का नाम महंत रमेश पुरी है। बाबा हरियाणा के रहने वाले बताए जा रहे हैं। महाकुंभ के बीच बाबा जमकर वायरल हो रहे हैं। जहां लोग बाबा को देखने और दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं तो वहीं मीडिया वालों का तांता भी बाबा के द्वार पर लगा हुआ है। बाबा से उनके इस तप के बारे में जानकारी ली जा रही है।
लगभग 8 साल से 24 घंटे खड़े हैं खड़ेश्वर बाबा
बाबा अपने तप पर इस कदर खड़े हुए हैं कि तपस्या के लिए वर्षों से खड़े हुए हैं। बाबा पूरी दिनचर्या खड़े-खड़े ही व्यतीत करते हैं। बाबा का कहना है कि, उन्हें खड़े-खड़े लगभग 8.5 साल हो गए हैं। वह 24 घंटे खड़े रहते हैं। खड़े-खड़े ही सोते हैं। फ्रेश होने से लेकर स्नान तक वह खड़े-खड़े ही करते हैं और खड़े ही रोटी खाते हैं। बाबा का कहना है कि, उनके सारे के सारे काम खड़े-खड़े ही होते हैं।
कहीं जाते भी हैं तो भी खड़े होकर ही
बाबा किसी वाहन से कहीं जाते भी हैं तो भी खड़े होकर ही जाते हैं। वह ऐसे वाहन पर यात्रा करते हैं कि जिसमें वह खड़े हो सकें। वह अब तक प्रयागराज के अलावा अयोध्या, चित्रकूट, काशी की यात्रा खड़े-खड़े कर चुके हैं। बाबा का कहना है कि, वह चलते-फिरते भी हैं। उन्हें खड़े में रहने में कोई तकलीफ नहीं है। सब कुछ ठीक है। वहीं बाबा ने कहा कि, खड़े रहने का उनका कोई संकल्प नहीं है। वह बस तपस्या कर रहे हैं। वह इस कठिन तप से जनकल्याण और भगवान को खुश करना चाहते हैं।
पैरों में घाव हो गए, फिर भी फर्क नहीं पड़ता
बाबा कहते हैं कि ये सब जनकल्याण के लिए है। हमारा क्या होगा, हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें बस जमीन से पैर नहीं उठाना है। जब बाबा से पूछा गया कि, अगर आप बीमार पड़ जायें तो। इस पर बाबा ने कहा कि, बीमार भी होते हैं तो भी वह खड़े रहते हैं। उनके साथ वाले साधू उन्हें संभाल लेते हैं। वैसे तो वो बीमार नहीं पड़ते हैं। न ही कि उनके पैर दुखते हैं।
आजीवान खड़े रहना चाहते हैं बाबा
खड़ेश्वर बाबा ने कहा कि, वैसे 12 साल के लिए यह तप होता है लेकिन हमारा आजीवान खड़े होने पर विचार है। बाकी हमारी गुरु भाई 12 साल बाद बैठ जाते हैं. बता दें कि, खड़ेश्वर बाबा खड़े रहने के लिए ड्रम या दीवार का सहारा लेते हैं। बाबा को जब नींद आती है तो वह खड़े-खड़े ही ड्रम पर टेक लेकर सो जाते हैं। इसी पर खाना खा लेते हैं। फिलहाल, खड़ेश्वर बाबा लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
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