UPSC वाले बाबा, सालों से सिर्फ चाय पीकर जिंदा; मुंह से बोलते नहीं, नोट्स बनाकर सिविल सर्विसेज के छात्रों को देते, महाकुंभ में छाए
UPSC Baba in MahaKumbh 2025 Story Prayagraj Sangam Mauni Baba Video
UPSC Baba in MahaKumbh 2025: प्रयागराज संगमनगरी में आयोजित महाकुंभ में तरह-तरह के संत पहुंचे हुए हैं। संगम की धरा पर आने वाले सभी साधु-संतों की अपनी अलग ही कहानी है। एक ऐसे ही बाबा हैं UPSC वाले बाबा उर्फ मौनी बाबा। जो सालों से खुद तो कुछ नहीं बोलते। लेकिन बहुत लोगों की मदद करने का काम करते हैं। यह ऐसे बाबा हैं जो सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए हाथों से लिखे नोट्स तैयार करते हैं और फिर उन्हें वॉट्सएप पर भेजते हैं।
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बाबा यह सब कुछ फ्री में करते हैं। छात्रों से कोई पैसा नहीं लेते। बाबा का यह काम उन्हें सबसे अलग बनाता है। UPSC के छात्रों को फ्री कोचिंग देना ही बाबा की सबसे खास बात है। UPSC वाले इन बाबा को जब भी खाली समय मिलता है, वह सिविल सर्विसेज के नोट्स बनाने बैठ जाते हैं। वह कागजों पर अपने हाथों से लिखकर नोट्स तैयार करते हैं और फिर वॉट्सएप पर सभी नोट्स शेयर करते हैं।
बाबा ने सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों का एक ग्रुप भी बना रखा है। बाबा की माने तो उनके बनाए नोट्स से कई छात्रों को यूपीएससी एग्ज़ाम में सफलता मिली है। वहीं कुछ छात्र भी बताते हैं कि बाबा के नोट्स काफी मदद कर देते हैं। एग्ज़ाम में काफी कुछ बाबा के नोट्स से फंस जाता है।
मुंह से बोलते नहीं, आजीवन मौन रहने का है संकल्प
UPSC वाले बाबा उर्फ मौनी बाबा मुंह से कुछ नहीं बोलते। हमेशा मौन रहते हैं। जो भी काम करना या करवाना होता है तो वो इशारों से या लिखकर करते हैं। मौनी बाबा ने आजीवन मौन रहने का संकल्प लिया है। बताया जाता है कि, बाबा ने लगभग 20 सालों से मौन धारण किया हुआ है। इसके अलावा मौनी बाबा को बाइक चलाने का बहुत शौक है.वो भी स्पीड में। जब समय मिलता है तो बाबा बाइक चलाते हैं। उनके पास अपनी बाइक है।
सालों से सिर्फ चाय पीकर जिंदा
बाबा में एक और खास बात ये है कि, वो सिर्फ मौन ही नहीं रहते बल्कि वह अन्य-जल भी त्याग चुके हैं। वह सिर्फ दिन में चाय पीते हैं। बताते हैं कि, बाबा एक दिन में 10 से 11 बार चाय पी लेते हैं और इसी चाय के सहारे जिंदा रहते हैं। इसके अलावा उनके पास जो भी श्रद्धालु आते हैं उन्हें भी वह प्रसाद के रूप में चाय ही पिलाते हैं। बाबा की चाय पर जिंदा रहने की यह बात सभी को हैरान करती है।
मौनी बाबा की क्वालिफिकेशन
बाबा की क्वालिफिकेशन की अगर बात की जाये तो बाबा ने बायोलॉजी में बीएससी की डिग्री ली है। दिनेश स्वरूप बाबा का असली नाम है और वो प्रतापगढ़ के बजरंग धाम से प्रयागराज आए हुए हैं। बाबा शिक्षकों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उनके पिता प्राचार्या थे। पिता के निधन के बाद बाबा को अनुकंपा में नौकरी मिली लेकिन बाबा का संसार की मोह माया से मन ऊब गया और ईश्वर की भक्ति में लीन होने के लिए संन्यास ले लिया।