महाकुंभ जाने के 3 महालाभ; वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज ने गिनाए, VIDEO देख खुल जाएंगे ज्ञानचक्षु, समझ जाएंगे क्यों जाना चाहिए

MahaKumbh 2025 Three Benefits Premanand Maharaj Prayagraj Sangam Mela

MahaKumbh 2025 Three Benefits Premanand Maharaj Prayagraj Sangam Mela

MahaKumbh 2025 Three Benefits: प्रयागराज त्रिवेणी संगम पर आयोजित 'पूर्ण महाकुंभ' 2025 में जहां देशभर से लाखों साधु-संत और सन्यासी शामिल हो रहे हैं तो वहीं देश-दुनिया से लाखों भक्त और भगवान के साधक भी कुंभ में पहुंच रहे हैं। इसके अलावा देश-विदेश से बड़ी-बड़ी हस्तियां भी पवित्र महाकुंभ में शरीक होने आ रही हैं। लेकिन क्या आप सही मायनों में कुंभ जाने का मतलब जानते हैं या फिर सिर्फ भीड़ या चका-चौंध देख कुंभ जाने की सोच रखते हैं। आइये जानते हैं कि हमें कुंभ क्यों जाना चाहिए?

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प्रेमानंद महाराज को सुन खुल जाएंगे ज्ञानचक्षु

प्रेमानंद महाराज ने महाकुंभ जाने के 3 महालाभ गिनाए हैं। जिसके बाद आप यह समझ जाएंगे कि कुंभ क्यों जाना चाहिए। पहला लाभ बताते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा, ''अगर हम अलग-अलग जाकर संत दर्शन करें तो पूरा जीवन हो जाएगा। फिर भी हम सभी संतों के दर्शन नहीं कर पाएंगे। लेकिन अगर हम कुंभ के दौरान प्रयाग जायें तो हमें विश्व के समस्त संतों के दर्शन हो जाएंगे। उनका कृपा प्रसाद मिलेगा।

दूसरा लाभ बताते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा, कुंभ में भगवत तत्व के ज्ञाता महापुरुषों की वाणी सुनने को मिलेगी। जिससे हमारे अंदर की शुद्ध चेतना जाग्रत होगी। तीसरा लाभ बताते हुए कि, प्रेमानंद महाराज ने कहा, गंगा-यमुना तो पावन करने वाली हैं हीं, लेकिन उन्हें भी पावन करने वाले महात्मा जब गंगा-यमुना में अवगाहन करते हैं तो उनकी पवित्रता और बढ़ जाती है। इसलिए अगर हम कुंभ के दौरान गंगा-यमुना में स्नान करेंगे तो पवित्र हो जाएंगे।

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प्रयाग की महिमा पर क्या बोले प्रेमानंद महाराज?

प्रेमानंद महाराज ने प्रयाग की महिमा पर एक चौपाई पढ़ी। जिसमें उन्होंने कहा- ''तीरथपति पुनि देखु प्रयागा। निरखत जन्म कोटि अघ भागा''॥ यानि तीर्थराज प्रयाग को देखो, जिसके दर्शन से ही करोड़ों जन्मों के पाप भाग जाते हैं।

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