CM न रहो तो होर्डिंग में फोटो भी नहीं दिखती; MP के शिवराज चौहान का किस ओर इशारा, बोले- ऐसे गायब होती है जैसे गधे के सिर से सींग
Madhya Pradesh Former CM Shivraj Singh Chouhan Statement Viral
Shivraj Singh Chouhan: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। एक वजह है कि उन्हें इस बार सीएम नहीं बनाया गया और दूसरी वजह है उनकी बयानबाजी। सीएम पद से हटने के बाद शिवराज इशारों-इशारों में जिस तरह की बयानबाजी इन दिनों कर रहे हैं। वह खुलकर तो किसी को समझ नहीं आ रही परंतु लोग अर्थ स्पष्ट रूप से निकाल ले रहे हैं। दरअसल, शिवराज सिंह चौहान ने अब फिर से एक ऐसा बयान दे डाला है। जिससे बड़ा इशारा हो रहा है। इस बयान में शिवराज के अंदर का दर्द छलक़ता हुआ दिखता है। कहीं न कहीं समझ आता है कि शिवराज अपनी अनदेखी से परेशान हैं।
बता दें कि, भोपाल में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राजनीति और पार्टी में कुछ समर्पित कार्यकर्ता भी होते हैं जो देश के लिए जीते हैं, लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं कि जो रंग देखते हैं, अगर मुख्यमंत्री हो तो कहेंगे कि भाई साहब आपके चरण कमल के समान हैं और मुख्यमंत्री न रहो तो होर्डिंग से भी फोटो गायब हो जाती है, शिवराज ने कहा कि मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद होर्डिंग से फोटो ऐसे गायब होती है जैसे गधे के सिंर से सींग।
इस तरह से दिया संबोधन
अपने संबोधन के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ज़िंदगी में जब हम लक्ष्य तय कर लें, दूसरों के लिए काम करने का तो ज़िंदगी आनंद से भर जाती है, मुझे अभी भी एक मिनट की फुर्सत नहीं है, लगातार लगा हुआ हूं काम में, और ये अच्छा हुआ है कि राजनीति से हट के काम करने का मौका मिल रहा है, समय मिल रहा है। बस इसी कड़ी में आगे शिवराज सिंह चौहान ने अपने दर्द को हंसमुख अंदाज में धीरे से बयां कर दिया। शिवराज ने कहा- 'राजनीति में भी बहुत अच्छे कार्यकर्ता, समर्पित कार्यकर्ता, सेवा करने वाले लोग, मोदी जी जैसे नेता हैं, जो देश के लिए जीते हैं, मगर, राजनीति में कई लोग ऐसे होते हैं जो रंग देखते हैं. मुख्यमंत्री हो तो चरण कमल के समान हैं. कर कमल हो जाते हैं, मुख्यमंत्री न रहो तो होर्डिंग से फोटो भी गायब हो जाती है, फोटो ऐसे गायब होती है जैसे गधे के सिंर से सींग।
सोशल मीडिया पर लोग करने लगे बातें
शिवराज सिंह चौहान के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने ही आया था कि लोग तरह-तरह की बातें करने लगे। कई लोगों ने शायराना अंदाज में अपनी प्रतिक्रिया दी। किसी ने लिखा- तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था, उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था... किसी ने लिखा- ये दबदबा, ये हुकूमत, ये नशा-ए-दौलत, सब किरायेदार है, घर बदलते रहते हैं... किसी ने कहा- पद जाता है तो क्या होता है. ख़ुद शिवराज जी बता रहे हैं।
किसी ने लिखा- सत्ता या कुर्सी किसी की बंधुवा नहीं होती, यह सार्वभौमिक सत्य है। लेकिन इसे स्वीकारने में थोड़ा वक़्त लगता है। किसी ने कहा- शिवराज सिंह चौहान ने बात तो लाख टके की कही है.... व्यक्ति सत्ता में न रहे तो पोस्टर बैनर से फोटो ऐसे गायब होते है जैसे गधे के सिर से सींग" लेकिन ज्यादातर सत्तानसीनों को ये बात तभी समझ आती है जब वे सत्ता से बेदखल हो जाते हैं। - मैं एक कार्यकर्ता रहूंगा...; MP में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद शिवराज चौहान को सुनिए, पहले कह चुके- मैं मांगने से पहले मरना पसंद करूंगा
शिवराज सिंह चौहान का वीडियो