लोकसभा चुनाव-2024 का फाइनल रिजल्ट; BJP 240, CONG 99, किस पार्टी को मिली कितनी सीटें, जानें एक-एक डिटेल
Lok Sabha Election Final Result 2024 BJP Wins 240 Seats, Congress Wins 99 Seats
Lok Sabha Election Final Result 2024: इलेक्शन कमीशन (ECI) ने लोकसभा चुनाव-2024 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। सूरत की निर्विरोध सीट को छोड़कर देश की सभी 542 लोकसभा सीटों पर हार-जीत की तस्वीर साफ कर दी गई है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2024 के इस चुनाव में बीजेपी-एनडीए और कांग्रेस गठबंधन वाले दलों में कांटे की टक्कर देखने को मिली है। हालांकि, इस चुनाव में भी बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें हासिल की हैं और एक बार फिर से पहले नंबर पर सबसे बड़ी पार्टी बनी है।
लेकिन बीजेपी 272 वाले बहुमत के जादूई आंकड़े को छूने का करिशमा इस बार नहीं कर पाई। इस बार किसी अकेले एक पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। बीजेपी को कुल 240 सीटें मिली हैं। वहीं कांग्रेस को 99 सीटें हासिल हुईं हैं। कांग्रेस दूसरे नंबर की बड़ी पार्टी बनी है। वहीं समाजवादी पार्टी ने पहली बार 37 सीटों पर जीत दर्ज की। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी देश में तीसरे नंबर की बड़ी पार्टी बनकर उभरी। फिलहाल, देश में तीसरी बार बीजेपी-एनडीए गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। बीजेपी-एनडीए गठबंधन का कहना है कि, नरेंद्र मोदी ही फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
बीजेपी-एनडीए गठबंधन को बहुमत
2014 और 2019 के चुनाव में कमाल का प्रदर्शन करने वाली बीजेपी भले ही इस बार अकेले 272 के आंकड़े को नहीं छू पाई लेकिन बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को बहुमत हासिल हुआ है। बीजेपी-एनडीए गठबंधन 292 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रहा है। वहीं विपक्षी इंडिया गठबंधन के खाते में 234 सीटें आईं हैं। जबकि 17 सीटों पर अन्य ने जीत हासिल की है।
किस पार्टी को मिली कितनी सीटें, जानें एक-एक डिटेल
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर फाइनल अपडेट के अनुसार, लोकसभा चुनाव में सभी प्रदेशों में पार्टियों और उनके द्वारा जीती गई सीटों की संख्या इस प्रकार है।
- बीजेपी - 240
- कांग्रेस - 99
- समाजवादी पार्टी - 37
- तृणमूल कांग्रेस - 29
- डीएमके - 22
- टीडीपी - 16
- जेडी(यू) - 12
- शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) - 9
- एनसीपी (शरद पवार)-8
- शिवसेना - 7
- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) - 5
- वाईएसआरसीपी - 4
- आरजेडी - 4
- सीपीआई(एम) - 4
- इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग - 3
- आप - 3
- झारखंड मुक्ति मोर्चा - 3
- जनसेना पार्टी - 2
- सीपीआई(एमएल)(एल) - 2
- जेडी(एस) - 2
- विदुथलाई चिरुथैगल काची (VCK) - 2
- सीपीआई - 2
- आरएलडी - 2
- नेशनल कॉन्फ्रेंस - 2
- यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल - 1
- असम गण परिषद - 1
- हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) - 1
- केरल कांग्रेस - 1
- क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी - 1
- एनसीपी - 1
- वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी - 1
- जोराम पीपुल्स मूवमेंट - 1
- शिरोमणि अकाली दल - 1
- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी - 1
- भारत आदिवासी पार्टी - 1
- सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा - 1
- मरूमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम - 1
- आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) - 1
- अपना दल (सोनीलाल) - 1
- आजसू पार्टी - 1
- एआईएमआईएम - 1
- निर्दलीय - 7
NDA की सरकार बनाने में TDP-JDU की भूमिका अहम
लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद BJP-NDA के साथ-साथ इंडिया गठबंधन भी सरकार बनाने की संभावना जता रहा है। इंडिया गठबंधन सरकार बनाने की उम्मीद में है। ऐसे में दोनों ओर से नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी की भूमिका अहम मानी जा रही है। एक तरफ जहां बीजेपी-एनडीए, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को साथ रखने में पूरा ज़ोर लगाए हुए है तो वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को अपनी ओर साधने की कोशिश की जा रही है।
बता दें कि, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के खाते में 12 सीटें आई हैं। वहीं चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के लिए यह चुनाव शानदार रहा। एक तो राज्य में भी टीडीपी सरकार बना रही है तो वहीं उसने 16 लोकसभा सीटों पर भी जीत दर्ज की है। मसलन, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू कहीं खेला न कर दें इस पर सबकी नजरें गढ़ीं हुईं हैं।
दिल्ली में आज NDA-INDIA दलों की बैठक
फिलहाल, सरकार बनाने की भागदौड़ से पहले आज दिल्ली में NDA गठबंधन और INDIA गठबंधन दलों की की अलग-अलग बैठक हो रही है। दोनों ही बैठकों में जनता के जनादेश पर चर्चा के साथ आगे की रणनीति और सरकार बनाने पर चर्चा की जाएगी। दोनों गठबंधन की बैठकों में शामिल होने के लिए उनके नेता अलग-अलग प्रदेशों से दिल्ली पहुंच रहे हैं।
2019 के चुनाव में BJP ने अकेले जीती थीं 303 सीटें
2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली बीजेपी ने 2019 में अपनी बढ़त बरकरार रखी। 2019 के आम चुनाव में 17वीं लोकसभा के लिए BJP ने अकेले 303 सीटें जीतीं। जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को मिलाकर कुल 353 सीटें बीजेपी के खेमे में गईं। इस दौरान बीजेपी का वोट शेयर करीब 37% रहा। जबकि एनडीए गठबंधन को मिलाकर संयुक्त वोट शेयर 45% था। वहीं कांग्रेस पार्टी को इस लोकसभा चुनाव में केवल 52 सीटें मिल पाईं।
वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को मिलाकर कांग्रेस के खेमे कुल 92 सीटें आईं। इस दौरान कांग्रेस का वोट शेयर 19.51% और यूपीए को मिलाकर संयुक्त वोट शेयर करीब 26% रहा था। इस चुनाव में अन्य दलों और उनके गठबंधन ने भारतीय संसद में 97 सीटें जीतीं थी। बता दें कि, 2019 में भी लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग कुल 7 चरणों में हुई थी। देशभर में 11 अप्रैल से 19 मई 2019 के बीच 7 चरणों में चुनाव अयोजित किया गया था। चुनाव का परिणाम 23 मई को घोषित किया गया था।
2014 के चुनाव में BJP ने अकेले जीती थीं 282 सीटें
जैसा कि ऊपर आपको बताया कि, 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल करने वाली पार्टी बनकर बीजेपी उभरी थी। इस चुनाव में पहली बार नरेंद्र मोदी को बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था। तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। पीएम मोदी के पीएम पद पर उम्मीदवार होने के बाद बड़े पैमाने पर मतदाताओं से जुड़ने के लिए देश में राष्ट्रवाद और हिंदुत्व का प्रचार बढ़ा। एक तरह से 2014 का चुनाव देश में मोदी युग की शुरुआत कर गया। इसके बाद देश में मोदी मैजिक की लहर फैलने लगी। बीजेपी से ज्यादा मोदी-मोदी के नारे लगने लगे।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पहली बार अकेले 282 सीटों पर जीत हासिल की। जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को मिलाकर कुल 336 सीटें बीजेपी के खेमे में गईं। उस दौरान बीजेपी का वोट शेयर 31.0% रहा। इस दौरान कांग्रेस को मात्र 40 सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन को मिलाकर कांग्रेस के खेमे कुल 60 सीटें आईं। जबकि अन्य दलों और गठबंधन दलों के पास 147 सीटें गईं थीं। तब कांग्रेस का वोट शेयर 19.3% रहा था। 2014 के लोकसभा चुनाव की घोषणा 16 मई 2014 को की गई थी। 2014 में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 9 चरणों में वोटिंग हुई थी।