हल्लोमाजरा में तेंदुए की कॉल, पूरा दिन ढूंढता रहा फॉरेस्ट विभाग
- By Vinod --
- Saturday, 02 Apr, 2022
Leopard call in Hallomajra, Forest Department kept searching for whole day
चंडीगढ़ (साजन शर्मा)। पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के पीछे सटते नयागांव में तेंदुए की सूचना के बाद अब चंडीगढ़ में तेंदुआ होने की खबर से शनिवार को हडक़ंप मच गया। सुबह सूचना मिली कि हल्लोमाजरा से विकास नगर मार्ग के साथ के जंगली इलाके में ओवरब्रिज के नीचे तेंदुआ देखा गया है। पंचकूला से हल्लोमाजरा की तरफ आने वाली रोड पर सुबह करीब 10 बजे सुखना चौ पर सडक़ पर चलते लोगों का हुजूम जुट गया। लोग स्कूटर-कार इत्यादि रोक रोक कर तेंदुए को देखने के लिए खड़े होने लगे। यहां से कई प्रवासी लोग साइकिल पर फैक्ट्री आदि में नौकरी के लिए निकलते हैं। तेंदुए को देखने के लिए भीड़ काफी देर तक यहां खड़ी रही, मगर तेंदुआ कहीं नजर नहीं आया।
सूचना पाकर मौके पर फॉरेस्ट विभाग की टीम इस स्थान पर पहुंची। काफी देर तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया लेकिन यहां न तो तेंदुए के पंजों के निशान मिले और न ही तेंदुआ होने का कोई सुराग हाथ लगा। वहीं जिस व्यक्ति ने तेंदुआ देखे जाने की कॉल की थी वह भी नहीं मिला। इसके बाद टीम वहां से वापिस लौट गई। फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर राम कुमार ने बताया कि अक्सर लोगों द्वारा ऐसी तेंदुआ होने की अफवाह उड़ा दी जाती है। पिछले महीने भी करीब आधा दर्जन ऐसी कॉल्स आई थी और सभी अफवाहें निकली। हालांकि उनके विभाग की टीम ऐसी शिकायतें मिलने के बाद मौके पर तुरंत पहुंच जाती है।
नयागांव में कैमरे में कैद हुआ था तेंदुआ
करीब 6 दिन पहले नयागांव की कुमाऊं कॉलोनी में तेंदुआ देखा गया था। एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी में तेंदुआ कैद हो गया था। पिछले साल मई में कंसल फॉरेस्ट में तेंदुआ देखा गया था। उससे पहले मार्च 2020 में सेक्टर 5 की एक कोठी में तेंदुआ घुस आया था। उसे रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा गया था। गौरतलब है कि शहर में 2 रिजर्व फॉरेस्ट हैं- कांसल और नेपली फॉरेस्ट। यहां पर ट्रैकिंग के लिए भी लोग जाते हैं। यहां कई बार तेंदुए के पंजों के निशान पाए गए हैं। इसके आगे मोरनी (हरियाणा) के जंगल भी हैं। यहां भी तेंदुओं की काफी संख्या है। तेंदुओं के कई बार रास्ता भटक कर शहर में आने की आशंका रहती है।