विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने एमएलए हॉस्टल के पार्क में नेताजी की प्रतिमा पर की पुष्पांजलि अर्पित
Subhash Chandra Bose Jayanti 2024
विधान सभा ने मनाया पराक्रम दिवस
चंडीगढ़, 23 जनवरी: Subhash Chandra Bose Jayanti 2024: हरियाणा विधान सभा की ओर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को पराक्रम दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने विधायकों के साथ सेक्टर 3 स्थित एमएलए हॉस्टल के पास पार्क में स्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक अद्वितीय नेता थे। उन्होंने भारत माता को ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए बेमिसाल संघर्ष किया। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जयन्ती को पराक्रम दिवस के तौर पर मनाना शुरू किया है। नेताजी सच्चे अर्थों में पराक्रमी स्वाधीनता सेनानी थे। उन्होंने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा’ का नारा दिया। इस नारे ने देश भर के युवाओं में आजादी की भावना को तीव्र किया। उन्होंने न केवल भारत की धरती पर बल्कि विश्वभर में देश की आजादी की मसाल जलाई थी। आज़ाद हिंद फौज के बल पर विदेशी शासन की नींव हिला दी और अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा था।
गुप्ता ने कहा कि आज हम नेताजी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनका जीवन शुरू से ही भारत माता की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि नेताजी स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं से बहुत प्रेरित थे और उन्हीं का अनुसरण करते हुए उन्होंने अपना पूरा जीवन देश को ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त करने और भारत को 'पूर्ण स्वराज' का दर्जा देने के संकल्प के साथ देश की सेवा करने के लिए समर्पित कर दिया। यह हमारा परम कर्तव्य है कि हम नेताजी द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान हेतु उनके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करें। गुप्ता ने राष्ट्र के युवाओं से आह्वान किया कि वे नेताजी और स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के जीवन से देशप्रेम और देश सेवा की प्रेरणा लें।
विस अध्यक्ष ने कहा कि आज के दिन हमें नेताजी के साथ-साथ उन लाखों महान शहीदों को भी याद करना चाहिए जिन्होंने भारत माता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। इस अवसर पर विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा, सीमा त्रिखा एवं विधान सभा के अधिकारी, कर्मचारी भी मौजूद रहे।
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