नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने ग्रहण किया पदभार, हवन-पूजन के बाद संभाली जिम्मेदारी
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने ग्रहण किया पदभार, हवन-पूजन के बाद संभाली जिम्मेदारी
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता चुने गए यशपाल आर्य ने सोमवार को विधानसभा में विधिवत नेता प्रतिपक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस दौरान यशपाल आर्य ने कहा कि सरकार को जनता के सवालों से बचने नहीं दिया जाएगा। सदन से सड़क तक पार्टी संघर्ष करेगी।
उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी भले ही जीत कर सरकार नही बना पाई हो लेकिन प्रदेश के कुल मतदाताओं में से 36% ने कांग्रेस पार्टी पर भरोसा किया है । हम जनादेश को विनम्रता पूर्वक स्वीकार करते हुए सकारात्मक और सजग विपक्ष की भूमिका में रहते हुए राज्य हित में और राज्य की जनता की बेहतरी व खुशहाली के लिए कार्य करने को तैयार हैं । कांग्रेस पार्टी स्वच्छ लोकतांत्रिक मूल्यों पर विश्वास करती है इसलिए विधानसभा के भीतर और बाहर लोकतांत्रिक परंपराओं के अनुसार सकारात्मक विरोध की राजनीति करेगी । 19 सदस्यों वाला कांग्रेस विधायक दल भले ही सत्ता पक्ष की तुलना में संख्या बल में छोटा हो लेकिन हमारा विधायक दल विविधताओं से भरा है
कांग्रेस नेतृत्व ने हाल में ही प्रदेश अध्यक्ष, नेता विधायक दल (नेता प्रतिपक्ष) व उप नेता प्रतिपक्ष के पदों पर नियुक्तियां की थीं। जिसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष का दायित्व सौंपा गया है। इससे पहले रविवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पदभार ग्रहण किया। सोमवार को नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य अपने कार्यालय में हवन-पूजन के बाद कार्यभार संभाला। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आर्य को पहली बार नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। इस दौरान विधायक सुमित ह्रदयेश, भुवन कापड़ी, मनोज तिवारी , अनुपमा रावत , ममता रावत और गोपाल राणा मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी कार्यक्रम में शामिल हुए।