Social Media Vulgar Content: संसद में अश्लील-सेक्स कंटेंट पर चर्चा; TV के 'राम' अरुण गोविल ने उठाया सवाल तो...

संसद में अश्लील-सेक्स कंटेंट पर चर्चा; TV के 'राम' अरुण गोविल ने उठाया सवाल तो केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का जवाब सुनिए VIDEO

Social Media Vulgar Content

Law Regarding To Check Vulgar Content on Social Media

Social Media Vulgar Content: सोशल मीडिया और OTT डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ते अश्लील-सेक्स कंटेंट को लेकर लोगों के बीच भी अक्सर चर्चा होती है। सभ्य समाज के लोग भी इस विषय पर चिंता जाहिर करते हैं।

फिलहाल, लोगों से जुड़ा यह गंभीर मुद्दा अब संसद में गूंज गया है। मेरठ से बीजेपी सांसद और TV के 'राम' अरुण गोविल ने आज लोकसभा में अश्लील-सेक्स कंटेंट को लेकर केंद्रीय सूचना-प्रसारण और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने सवाल उठाया।

अरुण गोविल ने कहा, ''सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म पर आज जो दिखाया जा रहा है, उससे हमारे नैतिक मूल्यों और संस्कारों पर गहरी चोट पहुंच रही है. क्योंकि जो भी दिखाया जा रहा है वो बहुत अश्लील है। जिसको परिवार में साथ बैठकर हम देख नहीं सकते।

अरुण गोविल ने सूचना-प्रसारण और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव से सवाल किया और कहा कि क्या वे ये बताएंगे कि सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म पर अश्लील और सेक्स संबंधी सामग्री के अवैध रूप से प्रचालन को रोकने के लिए वर्तमान में मौजूदा तंत्र क्या है?

वहीं इस विषय को ध्यान में रखते हुए कि अगर मौजूदा कानून ऐसी चीजों को रोकने में ज्यादा प्रभावी नहीं है तो क्या सरकार का मौजूद कानून को और अधिक सख्त बनाने का प्रस्ताव है?

इधर सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री की जांच के लिए कानून को लेकर अरुण गोविल के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ''सांसद अरुण गोविल द्वारा जो विषय उठाया गया है वो बहुत ही महत्वपूर्व विषय है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''सोशल मीडिया और ओटीटी के युग में बहुत सारी चीजें अनियंत्रित हो रही हैं। जहां से ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आए हैं उन देशों की संस्कृति और हमारे देश की संस्कृति में बहुत अंतर है।''

केंद्रीय मंत्री अश्विण वैष्णव ने कहा, ''मैं यह चाहूंगा कि अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए मौजूदा कानून को और कड़ा करने का जरूरत है। मैं चाहूंगा कि संसद की स्थायी समिति इस मुद्दे को उठाए और समाज में इस पर चर्चा के साथ इस पर सख्त कानून बने।''