पद्म विभूषण से नवाजे जाएंगे स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव, शिक्षक से दिग्गज बन कहलाए समाजवादी
Mulayam Singh Yadav
Mulayam Singh Yadav: 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 106 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों(Padma Awards) से सम्मानित किया है. इसमें 91 को पद्मश्री, 6 को पद्म विभूषण(Padma Vibhushan) और 9 को पद्म भूषण से नवाजा गया है. इसी कड़ी में दिग्गज समाजवादी नेता व समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव(Samajwadi Party founder Mulayam Singh Yadav) को मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान(Posthumous Padma Vibhushan Award) दिया गया है. आपको बता दें कि बीते साल की 10 अक्टूबर को धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव (82) ने हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक अस्पताल में अंतिम सांस ली थी.
समाजवादी पार्टी के संस्थापक और उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे यादव ने देश के रक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया. साथ ही धरती पुत्र समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाई और उत्तर प्रदेश के लोगों की बहुत सेवा की. मुलायम एक राजनेता नहीं, बल्कि वास्तविक अर्थों में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रुप में भी याद किए जाते हैं.
10 बार विधायक तो 7 बार सांसद; प्रधानमंत्री पद के रहे प्रबल दावेदार(MLA 10 times and MP 7 times; Strong contender for the post of prime minister)
अपने समर्थकों के बीच हमेशा नेताजी के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव बीमार होने के बावजूद कभी सियासी फलक से ओझल नहीं हुए. उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में एक किसान परिवार में 22 नवंबर 1939 को जन्में मुलायम सिंह यादव ने राज्य का सबसे प्रमुख सियासी कुनबा भी बनाया. यादव 10 बार विधायक रहे और 7 बार सांसद भी चुने गए. वह तीन बार (वर्ष 1989-91,1993-95 और 2003-2007) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1996 से 98 तक देश के रक्षा मंत्री भी रहे. एक समय उन्हें प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर भी देखा गया था. यादव के पुत्र और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी (2012-2017) तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
नेताजी का पूरा परिवार श्रद्धांजलि देने पहुंचा था(Netaji's entire family had come to pay homage)
मुलायम सिंह यादव के निधन की खबर से संपूर्ण समाजवादी पार्टी में शोक की लहर दौड़ पड़ी. 11 अगस्त को धरती पुत्र पंच तत्व में विलीन हो गए. उनको श्रद्धांजलि देने के लिए कई दिग्गज पहुंचे थे. अंतिम संस्कार के रस्मो-रिवाज के दौरान जब अखिलेश मुखाग्नि दे रहे थे, उस वक्त चिता के पास नेताजी का पूरा परिवार भाई अभय राम सिंह, राजपाल सिंह, शिवपाल सिंह, रामगोपाल यादव भतीजे धर्मेंद्र यादव, कार्तिकेय यादव, अंकुर यादव, अंशुल यादव, प्रतीक यादव पुत्र, तेज प्रताप सिंह आदि मौजूद था. पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह समेत सपा के कई नेताओं ने भी यादव का अंतिम दर्शन कर श्रद्धांजलि दी. सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान अपने विधायक पुत्र अब्दुल्ला आजम के साथ व्हीलचेयर पर यादव को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
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