PSA के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने मौजूदा भाजपा सरकार पर लगाए ये आरोप, देखिए ये क्या कह दिया
Allegations against the Current BJP Government
रतिया, 25 अगस्त ( रिम्पी जिन्दल) : Allegations against the Current BJP Government: प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने मौजूदा भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार पिछले 10 वर्षों से हरियाणा एक हरियाणवी एक का नारा तो दे रही है, लेकिन हरियाणा में बच्चों की शिक्षा के साथ भेदभाव कर रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष रतिया में पत्रकारों से रू-ब-रू हो रहे थे। इस अवसर पर उनके साथ PSA के प्रमुख तरसेम जिंदल, रोमी गोसाई, गगन सैनी, राकेश ललित, मुलख राज चुघ, लोकेश खुराना, राज कुमार कंबोज, भूषण बजाज, स्वर्ण सिंह शम्मी, अंजू मेहता सहित अन्य शिक्षक भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि शिक्षा के क्षेत्र में हमारा देश विश्व गुरु बने और इस सपने को पूरा करने में उनकी संस्था कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है, लेकिन हरियाणा की सरकार भेदभाव कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी स्कूलों में तो बच्चों को हर तरह की फीस माफ की जा रही है, लेकिन प्राइवेट स्कूल में पढऩे वाले बच्चों से पैसेंजर टैक्स भी वसूला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा चलाई गई नई हैप्पी योजना को लेकर भी पूर्ण रूप से भेदभाव किया जा रहा है और इसके साथ-साथ एक कक्षा में ही तीन तरह की राशि वसूली जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई छात्रवृत्ति योजना को लेकर स्वागत करते हैं,लेकिन इसमें भी सरकार ने बच्चों के साथ काफी भेदभाव किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा में भी राजनीति काम कर रही है, जो की बहुत ही गलत बात है। उन्होंने 134-ढ के मुद्दे को उजागर करते हुए कहा कि 10 वर्षों से यह मुद्दा लटका पड़ा है। उन्होंने कहा कि वह सरकार से उपरोक्त 134-ए की राशि की मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनकी सरकार पर बड़ी उधारी है, जिसे वह कानूनी तौर पर भी लेकर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि अब चुनाव दिखने कारण सरकार ने संबंधित पैमेंट तो रिलीज कर दी है, मगर ऑडिट के नाम पर पेंज फंसा दिया है और सरकार ड्रामाबाजी कर रही है। उन्होंने पत्रकार वार्ता के दौरान स्कूल बस के लिए 5 लाख किलोमीटर को 20 वर्ष तक स्वीकृति देने की मांग को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा कि उनकी प्रमुख 55 मांगे हैं, जो सरकार के समक्ष रखी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते हुए सरकार ने PSA की पुरानी मांगों को स्वीकार न किया और बकाया भुगतान न दिया तो इस विधानसभा चुनावों में इस सरकार को परिणाम भुगतने पड़ेंगे। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकार को 10 वर्ष तक देख लिया है, लेकिन सरकार ने उनकी कोई भी मांग को स्वीकार नहीं किया है, इसलिए चुनाव में खुलकर विरोध करेगा और कोई भी प्राइवेट स्कूल का सदस्य सरकार को वोट नहीं डालेगा।
पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि उनकी एसोसिएशन ने नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी मिलने का समय लिया है और उनसे मिलकर भी अपनी समस्याओं को रखेंगे और चुनाव में उनका खुला समर्थन भी देंगे। इस पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने प्राइवेट स्कूलों के समक्ष आ रही अन्य समस्याओं को भी प्रमुखता से उठाया और विशेषकर प्राइवेट शिक्षकों से राज्य स्तरीय पुरस्कार को लेकर भेदभाव को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। इस अवसर पर PSA के अन्य प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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