IPO लॉन्च होने से पहले जान लीजिये LIC से जुड़ी यह 'बुरी खबर'!
IPO लॉन्च होने से पहले जान लीजिये LIC से जुड़ी यह 'बुरी खबर'!
नयी दिल्ली। सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी का आईपीओ जल्द आने की उम्मीद है। इसके लिए संबंधित कागजात सेबी को सौंपे गए हैं। लेकिन, अब आईपीओ से पहले एलआईसी से जुड़ी कुछ जानकारियां सामने आई हैं, जिससे पता चला है कि कोरोना महामारी का कंपनी पर बुरा असर पड़ा है. जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने खुलासा किया है कि कोविड-19 महामारी के कारण व्यक्तिगत और समूह पॉलिसियों की कुल संख्या में गिरावट देखी गई है। यानी इसने कम नीतियां जारी की हैं।
एलआईसी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के अनुसार, "भारत में जारी हमारी व्यक्तिगत नीतियों और समूह नीतियों (जीवन बीमा के संदर्भ में) की कुल संख्या वित्त वर्ष 19 में 75 मिलियन से 16.76 प्रतिशत घटकर वित्त वर्ष 2020 में 62.43 मिलियन हो गई।" और वित्त वर्ष 2011 में 15.84 प्रतिशत घटकर 52.54 मिलियन हो गया।" बताया गया कि कंपनी का निरंतरता अनुपात 31 मार्च 2020 तक कम हो गया है।
इसने कहा कि महामारी और इससे जुड़े लॉकडाउन ने मुख्य रूप से वित्तीय वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में व्यक्तिगत नीतियों की बिक्री पर प्रतिकूल प्रभाव डाला, जो एक साल पहले की अवधि में 8.21 मिलियन नीतियों से 22.66 प्रतिशत घटकर 6.35 मिलियन हो गई। LIC ने FY19 की पहली तिमाही में 3.55 मिलियन पॉलिसी बेचीं। लॉकडाउन को मात देने के लिए एलआईसी ने 2020 से इलेक्ट्रॉनिक पॉलिसी जारी करना शुरू किया।
इसने यह भी कहा कि महामारी के दौरान मृत्यु बीमा दावों में वृद्धि हुई है। इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019, वित्त वर्ष 2020, वित्त वर्ष 2021 और 30 सितंबर, 2021 को समाप्त छह महीनों के लिए, मृत्यु (शुद्ध) द्वारा बीमा दावों की राशि क्रमशः 17,128.84 करोड़ रुपये, 17,527.98 करोड़ रुपये, 23,926.89 करोड़ रुपये और 21,734.15 मिलियन रुपये थी। रुपये का भुगतान