Independence Day 2023: हमारे देश की शान और पहचान बने थे ये रंग, आज जानते है भारतीय तिरंगे के इतिहास और महत्व
- By Sheena --
- Saturday, 12 Aug, 2023
Know The History of Indian Flag and Significance of Tricolour
Independence Day 2023: स्वतंत्रता दिवस एक विशेष दिन है। भारत को 190 वर्षों की लंबी लड़ाई के बाद, 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश सरकार और उनके क्रूर नियमों से आजादी मिली थी। 1947 में ब्रिटिश शासन से मिली देश की आजादी को चिह्नित करने के लिए हर साल 15 अगस्त को भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल हम सभी अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं। इस स्वतंत्रता दिवस पर हमें इसके इतिहास, हमारी आजादी पाने के पीछे के संघर्ष, हमारे लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बहुत कुछ जानना बाकी है। यहां तक की आज की पीढ़ी को ये जानना जरूरी है की हमारे राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगे में जो रंग उनका क्या महत्व है क्योंकि तिरंगा हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। तिरंगा भारत के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। तो चलिए आज इस लेख एक द्वारा जानते है हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का इतिहास और महत्व।
तिरंगे का इतिहास और महत्व
दुनिया में हर देश का अपना राष्ट्रीय ध्वज होता है, जो एक स्वतंत्र देश का प्रतीक होता है। हमारा तिरंगा भी हमारी आजादी का प्रतीक है। 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेजों से भारत की आजादी से कुछ दिन पहले 22 जुलाई, 1947 को आयोजित हुई संविधान सभा की बैठक में भारत के राष्ट्रीय ध्वज को इसके वर्तमान स्वरूप में अपनाया गया था। 15 अगस्त, 1947 से 26 जनवरी, 1950 के बीच यह भारत के डोमिनियन के ध्वज के रूप में कार्य करता था। साल1950 के बाद यह भारत गणराज्य का प्रतीक बन गया।
तिरंगे में कितने रंग
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग हैं। इसमें सबसे ऊपर गहरा केसरिया (केसरी), बीच में सफेद और सबसे नीचे गहरा हरा रंग होता है। इसके अलावा बीच में 24 तीलियों वाला एक नेवी ब्लू व्हील या चक्र होता है। यह अशोक के सारनाथ सिंह स्तंभ के एबेकस पर दिखाई देने वाले डिजाइन के समान है और इसका व्यास सफेद बैंड की चौड़ाई के बराबर है। झंडे की चौड़ाई और लंबाई का अनुपात दो से तीन है।
तिरंगे के तीन रंगों का अर्थ
हमारे राष्ट्रीय ध्वज का केसरिया रंग देश की ताकत और साहस को दर्शाता है। वहीं सफेद रंग धर्म चक्र के साथ शांति और सच्चाई को दर्शाता है और हरा रंग भूमि की उर्वरता, विकास और शुभता को दर्शाता है। इसके अलावा बीच में मौजूद धर्म चक्र मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनाई गई सारनाथ राजधानी में "कानून के पहिये" को दर्शाया है। यह दर्शाता है कि गति में जीवन है और ठहराव में मृत्यु है।
इस बार खास होने वाला है स्वतंत्रता दिवस
आपको बतादें की इस बार स्वतंत्रता दिवस यानी आजादी का त्यौहार बहुत ही धूम- धाम से मनाया जाएगा। इस साल भी समूचा भारत आजादी का जश्न मनाने के लिए तैयार है, सबकुछ न्यौछावर करने की सौगंध खाने को भी तत्पर हैं। इस साल हम आजादी के अमृत महोत्सव से एक साल आगे बढ़ गए हैं। इस बीच देश ने काफी कुछ हासिल किया है। इस कारण भारत का ये राष्ट्रीय त्यौहार और भी खास होने वाला है।