Maternity Insurance: प्रेग्नेंसी से लेकर डिलीवरी तक के मेडिकल खर्च कवर होता है इस इंश्योरेंस में, जानें इसकी सारी डिटेल्स यहां
- By Sheena --
- Friday, 28 Apr, 2023
Know all about Maternity insurance covered waiting period tax benefits
Maternity Insurance: अक्सर प्रेगनेंट महिलाओं के लिए सरकारी अस्पतालों के चक्कर लगाना बहुत मुश्किल होता है। वहीं सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की कमी महिलाओं को सरकारी अस्पतालों का रुख करने से रोकती है। निजी अस्पतालों में सुविधाएं होती हैं लेकिन उनमें होने वाला खर्च अक्सर जेब पर भारी पड़ता है। इसलिए बहुत से वैवाहिक जोड़े शादी के बाद ही मेडिकल बीमा पॉलिसी ले लेते हैं ताकि उन्हें डिलिवरी के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत न झेलनी पड़े। हालांकि इन लाभों के लिए भुगतान करना होगा, लेकिन लेबर और डिलीवरी का खर्च आम आदमी की पहुंच से बाहर है। प्रेग्नेंसी से लेकर डिलीवरी तक के मेडिकल तक का खर्च कैसे मैनेज होगा उसके बारे में आइए जानते हैं मैटरनिटी इंश्योरेंस से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियां, जो आपके मैटरनिटी इंश्योरेंस से जागरूक करेंगी।
No Injections, Just Wear This Painless Patch: अब इंजेक्शन का कोई डर नहीं, इस पैच से शरीर में जाएगी दवाई, देखें ख़बर
मैटरनिटी इंश्योरेंस क्या है?
बहुत से लोग अब खर्च को बचाने के लिए मैटरनिटी इंश्योरेंस की ओर रुख कर रहे हैं। यह बीमा बच्चे के जन्म और अस्पताल के खर्च से संबंधित सभी खर्चों को कवर करता है।
प्रेग्रेंसी पॉलिसी लेना क्यों है जरूरी
मातृत्व बीमा महिला को स्वास्थ्य सुरक्षा और लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। यह पॉलिसी अस्पताल में भर्ती होने और बाद के खर्चों को कवर करता है। इस योजना के तहत हॉस्पिटल से छुट्टी के बाद 60 दिनों तक का खर्च कवर किया जाता है। इसमें कैशलेस भर्ती होने की सुविधा उपलब्ध है। इमरजेंसी अस्पताल में एडमिट होने पर तत्काल राशि की आवश्यकता नहीं होती है। मातृत्व बीमा के तहत एम्बुलेंस खर्च भी कवर किया जाता है।
हमारे लिए सफेद नमक और सेंधा नमक दोनों में से कौन सा ज्यादा फायदेमंद होता है देखें इस ख़बर में
गर्भवती महिला के लिए क्यों जरूरी है मेडिकल इंश्योरेंस ?
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, मैटरनिटी बीमा पॉलिसियों में वेटिंग पीरियड होता है और गर्भावस्था को पूर्व-मौजूद स्थिति के रूप में मानते हैं, इसलिए, जो महिलाएं पॉलिसी खरीदते समय पहले से ही गर्भवती हैं, उन्हें पॉलिसी से मैटरनिटी संबंधी तत्काल लाभ नहीं मिलेगा।