केदारनाथ गर्भगृह में लगा सोना पीतल में बदला? सवा अरब का था... तीर्थपुरोहित ने किया दावा, सच्चाई आप भी जान लीजिए
Kedarnath Gold News Fact Check in Uttarakhand
Kedarnath Fake Gold News Fact Check: उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह को पिछले साल सोने से मढ़वाया गया था। लेकिन अब कहा जा रहा है कि, गर्भगृह में लगा सोना पीतल में बदल गया है। दरअसल, केदारनाथ के एक तीर्थपुरोहित ने वीडियो के माध्यम से यह दावा किया है कि, केदारनाथ के गर्भगृह में लगा सवा अरब का सोना अब पीतल बन चुका है। क्योंकि, गर्भगृह में सोना लगाया ही नहीं गया।
तीर्थपुरोहित ने कहा कि, सोने की चोरी की गई है। असली सोने की जगह गर्भगृह में नकली सोना लगाया गया है। इस वजह से गर्भगृह का सोना अब पीतल की तरह दिखने लगा है। तीर्थपुरोहित ने आगे कहा कि, सवा अरब के सोने का यह बहुत बड़ा घोटाला है। इस बड़े घोटाले के लिए कौन जिम्मेदार है? किन अधिकारियों ने यह घोटाला किया? क्या मंदिर समिति की मिलीभगत से हुआ? मंदिर समिति ने ये होने दिया। तीर्थपुरोहित ने कहा कि, इस मामले में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। बतादें कि, तीर्थपुरोहित के दावे को लेकर सोशल मीडिया पर खींचतान शुरू हो गई है। लोग सोने के पीतल हो जाने पर तमाम सवाल उठा रहे हैं।
मंदिर समिति का बयान आया, कहा- भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही
फिलहाल, तीर्थपुरोहित के दावे के बाद केदारनाथ मंदिर समिति का लिखित में बयान सामने आया है। मंदिर समिति के अनुसार, केदारनाथ गर्भगृह में लगा सोना पीतल में नहीं बदला है। गलत जानकारी फैलाई जा रही है। मंदिर समिति ने कहा कि बिना तथ्यों के भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है। ऐसा कर लोगों की भावनाएं आहत करने की कोशिश हो रही है। मंदिर समिति इस भ्रामक जानकारी का खंडन करनी है। समिति ने कहा कि, उक्त भ्रामक जानकारी फैलाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
केदारनाथ गर्भगृह में सवा अरब का सोना नहीं लगा
वहीं, मंदिर समिति ने यह भी स्पष्ट किया है कि केदारनाथ गर्भगृह में सवा अरब का सोना नहीं लगा है। मंदिर समिति ने कहा कि, गर्भ गृह में एक दानदाता के सौजन्य से कुल 23,777.800 ग्राम सोना लगाया गया है। इसका वर्तमान मूल्य बाजार भाव के अनुसार लगभग रुपये 14.38 करोड़ है तथा स्वर्णमंडित कार्य हेतु प्रयुक्त कॉपर प्लेटों का कुल वजन- 1,001 300 किलो है, जिसका कुल मूल्य रुपये 29,00,000.00 (रुपये उनतीस लाख मात्र) है।
केदारनाथ मंदिर समिति का प्रेस नोट