Kangana Ranaut- ''राहुल गांधी सबसे खतरनाक आदमी''; हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर BJP सांसद कंगना रनौत ने दिया बड़ा बयान

''राहुल गांधी सबसे खतरनाक आदमी''; हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर बढ़ा घमासान तो BJP सांसद कंगना रनौत ने दिया बड़ा बयान, और पढ़ें

Kangana Ranaut Says Rahul Gandhi Most Dangerous Man Hindenburg Report

Kangana Ranaut Says Rahul Gandhi Most Dangerous Man Hindenburg Report

Kangana Ranaut on Rahul Gandhi: अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) की नई रिपोर्ट सामने आई है। इस बार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में SEBI चीफ माधबी पुरी बुच का नाम भी शामिल है। रिपोर्ट में सेबी चीफ के अडानी ग्रुप के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया गया है। वहीं हिंडनबर्ग की इस नई रिपोर्ट को लेकर एक बार फिर देश में घमासान बढ़ गया है। सत्तापक्ष और विपक्ष के नेता एक-दूसरे पर वार-पलटवार कर रहे हैं। राहुल गांधी ने रिपोर्ट पर पीएम मोदी को घेर लिया है। वहीं इसी बीच मंडी (हिमाचल) से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने राहुल गांधी पर बड़ा तीखा बयान दिया है। कंगना ने राहुल गांधी को सबसे खतरनाक आदमी बताया।

दरअसल, BJP सांसद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर बयान जारी करते हुए कहा- ''राहुल गांधी सबसे खतरनाक आदमी हैं, वे कटु, जहरीले और विनाशकारी हैं, उनका एजेंडा है कि अगर वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकते तो वे इस देश को नष्ट कर सकते हैं। राहुल गांधी द्वारा कल रात हमारे शेयर बाजार को लक्षित करने वाली हिंडनबर्ग रिपोर्ट का समर्थन किया गया, जो एक बेकार की बात साबित हुई। वे इस देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। कंगना ने आगे कहा- राहुल गांधी, आप जीवन भर विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हो जाइए। आप इस देश के लोगों की महिमा, विकास और राष्ट्रवाद को पीड़ित कर रहे हैं। लोग आपको कभी अपना नेता नहीं बनाएंगे। आप एक कलंक हैं।''

Kangana Ranaut Says Rahul Gandhi Most Dangerous Man Hindenburg Report

 

बता दें कि, हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपना बयान जारी किया था और साथ में 3 सवाल पूछे थे। जिसके बाद से बीजेपी के नेताओं ने उनके बयान पर आपत्ति जताई और पलटवार किया। हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट और राहुल गांधी पर बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत के लोगों द्वारा ठुकराए जाने के बाद, कांग्रेस पार्टी, उसके सहयोगियों और टूलकिट गिरोह ने मिलकर भारत में आर्थिक अराजकता और अस्थिरता लाने की साजिश रची है? हिंडनबर्ग रिपोर्ट शनिवार को जारी हुई है, रविवार को हल्ला मचता है ताकि सोमवार को पूरे कैपिटल मार्केट को अस्थिर कर दिया जाए।

रविशंकर प्रसाद ने कहा शेयरों के मामले में भारत एक सुरक्षित, स्थिर और आशाजनक बाजार है। यह सुनिश्चित करना SEBI की कानूनी जिम्मेदारी है कि बाजार सुचारु रूप से चले। जब SEBI ने जुलाई में अपनी पूरी जांच पूरी करने के बाद, जो कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की गई थी, हिंडनबर्ग के खिलाफ नोटिस जारी किया, तब अपने बचाव के पक्ष में कोई जवाब दिए बिना उन्होंने यह हमला किया है, यह बेबुनियाद हमला है।

राहुल गांधी देश को बदनाम करने वाले गैंग से

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी भ्रम फैलाते हैं, वे देश के दुश्मन हैं। वे विदेश जाकर ऐसा करते हैं और देश में भी ऐसा करते हैं। गिरिराज सिंह आगे कहा कि, राहुल गांधी और जयराम रमेश देश को बदनाम करने वाले गैंग से हैं। हिंडेनबर्ग हमें बदनाम करता है, हम देश की बदनामी को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हिंडेनबर्ग पर कड़ी कार्रवाई होगी।

वहीं हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ऐसे हिंडनबर्ग जिस पर अमेरिका में भी डिसएप्वाइंटमेंट का केस चल रहा है उसकी ऐसी एक रिपोर्ट जिसमें पूरी तरीके से झूठ परोसा गया है उसको आधार बनाते हुए भारत की अर्थव्यवस्था में पैनिक क्रिएट करना सही नहीं है। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इससे पहले जो रिपोर्ट आई थी उससे कूड़े की डिब्बे में डालने का काम किया था तो आज राहुल गांधी और उनके जमात सुप्रीम कोर्ट पर सवाल खड़े कर रहे हैं क्या?

पूनावाला ने कहा जब भी संसद का सत्र आस-पास आता है तो ये लोग एक विदेशी रिपोर्ट लेकर आते हैं और उसको लेकर एक मुद्दा खड़ा किया जाता है...उनके नेता कहते ही हैं कि जैसी बांग्लादेश की स्थिति है वैसे भारत की भी होनी चाहिए तो क्या भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने का ये षड्यंत्र रचा जा रहा है? वहीं हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत की विकास की रफ्तार बहुत तेजी से आगे बढ़ी है। दुनिया के कुछ लोग या देश के कुछ लोग जो भारत के विकास को रोकना चाहते हैं, वे ऐसी रिपोर्ट प्रकाशित कराते हैं। ये बेबुनियाद आरोप है।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर राहुल गांधी का क्या कहना?

अडानी ग्रुप और सेबी चीफ पर हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट सामने आने के बाद राहुल गांधी ने अपना वीडियो जारी कर बयान दिया था। राहुल गांधी ने देश के लोगों से कहा था- विपक्ष के नेता के रूप में यह मेरा कर्तव्य है कि मैं आपके ध्यान में लाऊं कि भारतीय शेयर बाजार में एक महत्वपूर्ण जोखिम है क्योंकि शेयर बाजार को नियंत्रित करने वाली संस्थाएँ समझौता कर चुकी हैं।

राहुल ने आगे कहा कि, अडानी समूह के खिलाफ एक बहुत ही गंभीर आरोप है कि ऑफशोर फंड का उपयोग करके शेयर स्वामित्व और मूल्य हेरफेर करना अवैध है। अब यह सामने आया है कि सेबी की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति की उन फंडों में से एक में रुचि थी। यह एक विस्फोटक आरोप है क्योंकि इसमें आरोप लगाया गया है कि अंपायर खुद समझौता कर चुके हैं।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर राहुल गांधी के 3 सवाल

वहीं राहुल गांधी ने 3 सवाल पूछे थे। राहुल ने कहा था कि, देश भर के ईमानदार निवेशकों के पास सरकार के लिए महत्वपूर्ण सवाल हैं- पहला सवाल- सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है? दूसरा सवाल- यदि निवेशक अपनी मेहनत की कमाई खो देते हैं, तो कौन जिम्मेदार होगा- पीएम मोदी, सेबी अध्यक्ष, या गौतम अडानी? तीसरा सवाल- नए और बहुत गंभीर आरोप सामने आए हैं, क्या सुप्रीम कोर्ट एक बार फिर इस मामले की स्वतः संज्ञान लेगा? राहुल ने कहा कि, अब यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी इस मामले की जांच जेपीसी द्वारा किए जाने के खिलाफ क्यों हैं।

वहीं हिंडनबर्ग रिसर्च की ताजा रिपोर्ट पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि क्या अडानी मामले की जांच इसलिए नहीं की जा रही थी क्योंकि जिसे जांच करनी थी वह कथित घोटाले में शामिल थी? सुप्रीम कोर्ट के बार-बार आदेश के बावजूद SEBI ने सक्रियता से जांच नहीं की... यह पारदर्शिता को पूरी तरह से नष्ट कर देता है। यह सबसे बड़ी आपराधिक साजिश है। इस रिपोर्ट ने SEBI प्रमुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ईमानदारी को उजागर कर दिया है।

इधर शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से एक और बात साबित होती है जिसके बारे में पूरा विपक्ष बार-बार कह रहा था कि जांच होनी चाहिए॰ सुप्रीम कोर्ट ने खुद कहा कि SEBI ने जिस तरह से जांच की है वो संतोषजनक नहीं है और SEBI बार-बार अडानी ग्रुप की कंपनियों को लेकर समय मांग रही थी। अब ये साफ हो गया है कि सेबी के चेयरपर्सन का नाम भी इसमें शामिल है...स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.

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