जब श्री राम नहीं थे, शिव नहीं थे तब... मौलाना ने मंच से वो बयान दिया, जिस पर मच गया बवाल, जैन मुनि ने भरी ललकार! VIDEO
Jain Muni Angry on Maulana Arshad Madni Statement
Jain Muni Angry on Maulana Arshad Madni Statement: जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी के एक बयान से बवाल पैदा हो गया है। दरसअल, दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिंद का अधिवेशन आयोजित हुआ था। इस अधिवेशन में अलग-अलग धर्मों के धर्म गुरु शामिल हुए। इस दौरान मंच पर सबका संबोधन हुआ। मगर इस बीच जब जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी ने अपना संबोधन दिया तो एक ऐसा बयान दे डाला कि जिसके बाद मंच पर पूरा माहौल ही बदल गया।
बतादें कि, जमीयत उलेमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी ने 'ओम' शब्द पर चर्चा करते हुए अपना बयान पेश किया। मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि उन्होंने बड़े-बड़े धर्म गुरुओं से पूछा कि जब कोई नहीं था, न श्री राम, न ब्रह्मा, और न शिव... तब मनु किसे पूजते थे? कुछ लोग बताते हैं कि वे ओम को पूजते थे तब मैंने कहा कि ओम को ही तो हम अल्लाह, आप ईश्वर, फारसी बोलने वाले खुदा और अंग्रेजी बोलने वाले गॉड कहते हैं।' मतलब यह है कि, मनु अल्लाह को पूजते थे। एक ओम यानी एक अल्लाह ही है।
मौलाना सैयद अरशद मदनी का वीडियो(एएनआई के हवाले से)
इधर, मौलाना की तरफ से इस तरह का बयान आया ही था कि इसके बाद मौके पर मौजूद जैन मुनि आचार्य लोकेश ने अपना सम्बोधन दिया और इस बीच वह मौलाना सैयद अरशद मदनी के बयान पर नाराज नजर आए। जैन मुनि ने ललकार भरते हुए साफ कह दिया कि वे या अन्य धर्मों के धर्म गुरु मौलाना सैयद के बयान से सहमत नहीं है। जैन मुनि ने कहा कि मौलाना सैयद ने जो कहानी बनाई है वह बेफिजूल की है। जैन मुनि आचार्य लोकेश मुनि ने मौलाना सैयद को इस पर चर्चा के लिए चुनौती देते हुए मंच छोड़ दिया।
जैन मुनि आचार्य लोकेश का वीडियो(एएनआई के हवाले से)