ISRO से दुखद खबर; चंद्रयान-3 को विदा करने वाली आवाज हुई खामोश, इस मशहूर महिला वैज्ञानिक का निधन
ISRO Scientist N Valarmathi Dies Chandrayaan 3 Mission
ISRO Scientist N Valarmathi Dies: मिशन चंद्रयान-3 की कामयाबी से इसरो में छाई खुशी की लहर पर दुख का साया मंडरा गया है। दरअसल, इसरो की वो आवाज अब हमेशा-हमेशा के लिए शांत हो गई है जो हमने चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के दौरान बड़े ध्यान से सुनी थी। यह आवाज थी इसरो की महिला वैज्ञानिक एन वलारमथी की। एन वलारमथी का बीते रविवार को निधन हो गया है। मिशन चंद्रयान-3 उनका आखिरी मिशन रहा। चंद्रयान-3 की विदाई करके वह अब खुद भी इस दुनिया से विदा हो गईं। चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था।
बताया जाता है कि, एन वलारमथी को हार्ट अटैक आया और जिसके बाद उनकी सांसें थम गईं। हालांकि, हार्ट अटैक के बाद जल्द ही वलारमथी को इलाज के लिए चेन्नई के एक निजी अस्पताल ले जाया गया था। मगर अफसोस कि फिर भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। एन वलारमथी की उम्र अभी 64 साल थी। वैज्ञानिक वलारमथी को 'The Voice Of ISRO' भी कहा जाता था।
इसरो के जो भी मिशन होते थे उनमें अधिकतर की लॉन्चिंग में एन वलारमथी की आवाज़ में काउंटडाउन होता था। वलारमथी इसरो का बेहद अहम हिसा रहीं। वह भारतीय वैज्ञानिक के रूप में भारत के पहले स्वदेशी रूप से विकसित रडार इमेजिंग सैटेलाइट RISAT-1 परियोजना निदेशक रहीं थीं। वलारमथी को विज्ञान क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए Dr. A. P. J. Abdul Kalam Award से भी नवाजा जा चुका था। एन वलारमथी तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वालीं थीं। तमिलनाडु में ही उनकी शिक्षा भी हुई।