नए साल पर ISRO का धमाका; XPoSat की सफल लॉन्चिंग से रचा नया इतिहास, अब सामने आएगा अंतरिक्ष के ब्लैक होल का हर रहस्य!
ISRO Mission XPoSat 2024 Launched Successfully From Sriharikota
ISRO XPoSat Launched Successfully: साल-2023 में मिशन चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने नए साल पर नया इतिहास रच दिया है। इसरो ने साल-2024 के पहले दिन ही एक बड़े मिशन की सफल लॉन्चिंग कर दी है। सोमवार सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से PSLV-C58 रॉकेट के जरिए एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) को लॉन्च किया गया। नए साल पर इसरो का यह पहला और बड़ा मिशन पूरी तरह से सफल रहा। लॉन्चिंग के लगभग 21 मिनट बाद XPoSAT पृथ्वी से 650 किलोमीटर ऊपर की कक्षा में स्थापित हो गया। इस सफलता के साथ एक बार फिर पूरा इसरो सेंटर खुशी से झूम उठा और तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। इसरो वैज्ञानिकों ने एक-दूसरे को बधाई दी।
वहीं इस मौके पर ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा कि हमने 1 जनवरी 2024 को एक और मिशन (PSLV-C58 XPoSat) में सफलता पा ली है। सोमनाथ ने कहा कि, यह एक अनूठा मिशन है क्योंकि एक्स-रे पोलारिमेट्री सैटेलाइट एक अद्वितीय वैज्ञानिक क्षमता है। ISRO प्रमुख ने आगे कहा कि, हम 100 वैज्ञानिक बनाना चाहते हैं जो इस पहलू को समझ सकें और फिर इसमें अपने योगदान के साथ दुनिया को ब्लैक होल के रहस्य की जानकारी दे सकें। वहीं इसरो प्रमुख ने आदित्य एल1 यानि सूर्य यान के बारे में भी जानकारी दी। इसरो प्रमुख ने बताया कि, आदित्य एल1 6 जनवरी को एल1 बिंदु पर पहुंचेगा और इसके बाद हम आगे की अंतिम प्रक्रिया को अंजाम देंगे।
XPoSAT सैटेलाइट का उद्देश्य
X-Ray Polarimeter Satellite (XPoSat) की सफल लॉन्चिंग अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को और मजबूत और अग्रसर बनाएगी। इसरो ने देश के पहले XPoSat की सफल लॉन्चिंग की है। बताया जा रहा है कि, XPoSat के जरिए अंतरिक्ष की गहराइयों में होने वाली क्रियाएं पता चल सकेंगी। XPoSat अंतरिक्ष में ब्लैक होल के राज भी जानेगा। ब्लैक होल अब तक दुनिया के सामने एक रहस्य ही बना हुआ है। लेकिन अब XPoSat के जरिए दुनिया का सबसे बड़ा रहस्य सामने आ सकता है। ब्लैक होल का हर रहस्य अब Xposat बताएगा। इसी के साथ ही ब्लैक होल से अंतरिक्ष में ग्रहों पर होने वाले संकट के बारे में भी Xposat जानकारी इकट्ठा करेगा।
बताया जाता है कि, ब्लैक होल अंतरिक्ष में पाई जाने वाली ऐसी जगह होती है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल बहुत अधिक होता है, जिसके प्रभाव क्षेत्र में आने पर कोई भी वस्तु यहां तक कि प्रकाश भी उससे बच नहीं सकता है। यानि ब्लैक होल के दायरे में जो कुछ भी आएगा वो उसमें समा जाएगा। ब्लैक होल से रहस्यमयी आवाज भी आती है। नासा के रिकॉर्ड के मुताबिक ब्लैक होल से कंपन करने और गूंजने जैसी आवाज आती है।
XPoSAT लॉन्चिंग की तस्वीरें देखिए
#ISRO begins 2024 in Style!
Successful launch of PSLV-C58/ ???? XPoSat Mission.
Proud to be associated with the Department of Space at a time when Team @isro continues to accomplish one success after the other, with the personal intervention & patronage from PM Sh @narendramodi. pic.twitter.com/cisbjpUYpH