क्या बाढ़ पीड़ितों के सेवा से ज़्यादा ज़रूरी है दिखावा प्रचार . .?
Is ostentatious publicity more important than serving flood victims
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
** विजयवाड़ा में आई बाढ़ प्रकोप चंद्रबाबू की गलती के कारण हुई ।
** वाईएसआरसीपी के पूर्व कृषि मंत्री कन्नबाबू क्रोधित होकर प्रेसवार्त में बोला ।
अमरावती :: (आंध्र प्रदेश ) पूर्व कृषि मंत्री कुरासला कन्नबाबू ने आयोजित प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि विजयवाड़ा आपदा सीएम चंद्रबाबू की गलती के कारण हुई और यह निश्चित रूप से एक मानव निर्मित बाढ़ थी। बुडामेरू रेगुलेटर डीई, स्पेशल सीएस (राजस्व) मुख्य सचिव आरपी सिसौदिया, जिला कलक्टर.. के बयानों से यही बात सामने आ गई कहा फ्री समाचार पत्रों के आधार पर भी खुलासा खुलासा .हुआ कि राजस्व सीएस भी यही बात कह रहे हैं की चंद्रबाबू कीगलतियों के वजह से यह परिणाम भुगतना पड़ाकह कर कहा
चुनाव में 'बाबू गारंटी' का नारा देने वाले चंद्रबाबू से पूछा कि वह यह आश्वासन क्यों नहीं दे सकते कि वह बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों की पूरा मदद करेंगे ।
क्या बाढ़ पीड़ितों का सेवा के आढ़ में जब बढ़ चढ़कर प्रचार कर रहे हैंउसमें 10% भी आपकी सेवा भावना नहीं है यह बात आपके मंत्रियों के बयानों से ही समझ में आ गया कि आप सिर्फ दिखावा प्रचार-प्रसार को महत्वपूर्ण देते है ..?
पूर्व कृषि मंत्री ने ताडेपल्ली में स्थित वाईएसआर पार्टी केंद्रीय कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए श्री कन्नबाबू ने अपना गुस्सा व्यक्त किया कि गठबंधन सरकार को यह आश्वासन देना चाहिए था कि वे बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़े रहेंगे, और पूर्ण तरह इनका स्थापित करेंगे भरणी नुकसान भी दिलाएंगे लेकिन वह पूरी तरह से विफल रही तेलुगु देशम व एनडीए सरकार कहा क्योंकि अभी के आंकड़ों के अनुसार लगभग 6:30 लाख लोग प्रभावित हुए हैंजिसमें से ढाई लाख मकान है। हर घर में आज तक पूर्ण रूप से नादैनिक उपयोगी सामान पहुंचा ना भजन के पैकेटलोग परेशान होकरकमर भर पानी में कतार लगाकर भोजन पैकेट लेने घंटे खड़े रहते हैं जिससे कई लोग बीमार होने की भी संभावना है आप उनके जिंदगी के साथ मजाक कर रहे हैं भले आप दिखावा की प्रचार में अपनी बड़प्पन समझ रहे हैं लेकिन ऊपर वाला जो भगवान है वह सब देख रहा है लोग कितना परेशान हो रहे हैं और आप क्या कर रहे हो जरूर उसकी भरपाई आपको मिलने वाला है कहा गर्भवती महिलाएंसड़क के दीवारों में जज की हो रही है नाव में हो रही हैमृत व्यक्तियों को गधों में लिटा कर पानी में बह रहे हैं क्या यह आपको सभी नहीं दिख रहा है कहा ।
सरकार की लापरवाही के चलते ही विजयवाड़ा को डुबाया गया है.
कन्नबाबू ने इस बात पर आपत्ति जताई कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की जिम्मेदारी निभाने के बजाय विस्थापित परिवारों की आंकड़ा देने में भी गलत आंकड़े के विज्ञाप्ती देना शर्मसार की बात है कहा क्योंकि शहर के लोग शिक्षित है पढ़े लिखे हैंऔर आपकी हर तरह की नौटंकी को समझ कर मजाक उड़ा रहे हैं फिर भी आपको शर्म नहीं है कहा
जैसा चंद्र बाबू ने चुनावी स्टंट में घोषणाएं कीउन घोषणाओं को बाद में नहीं कर पाने की भी घोषणा कीयह चंद्रबाबू के लिए ही नहीं केंद्र मेंभाजपा को और जनसेना को भीशर्मसार की बात हैऔर इस तरह के घोषणा देखकर वोट बटोरना एक नीच आदमी भी कर सकता है जो आपने वह काम करके दिखाया और कह दिया की घोषणा की गई योजनाओं में हम पूरा नहीं कर सकते यह खुले मंच पर रहना चुनाव जीतने के सौ 100 दिनों के अंदर ऐसा घोषणा शर्मसार की बात ही नहीं विश्वास घाती भी है कहा ।
:उन्होंने सवाल किया कि 28 अगस्त को अलर्ट भेजे जाने के बावजूद मुख्यमंत्री स्तर पर कम से कम एक समीक्षा क्यों नहीं किया जा सका उन्होंने आगे कहा कि अखबारों में खबर देखी कि सीएमओ ने मुंबई की फिल्म अभिनेत्री के पिछले किस्सों के बारे में जरूर पूछताछ जरूर किया है ।
लेकिन लाखों लोग प्रभावित होने बाद भी चंद्राबाबू से सवाल उठाया कि वे 8 दिनों में एक बार भी सचिवालय जाकर स्थिती की समीक्षा क्यों नहीं किये है .. ?
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