क्या एक महिला को मूर्ख कहना सही? दिव्या खोसला ने “जिगरा” के लिए करण जौहर पर साधा निशाना

क्या एक महिला को मूर्ख कहना सही? दिव्या खोसला ने “जिगरा” के लिए करण जौहर पर साधा निशाना

दिव्या खोसला ने आलिया भट्ट पर बॉक्स ऑफिस के नंबरों में हेर फेर करने का आरोप लगाया

जेल तोड़ने की फिल्में हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड में काफी प्रचलित रही है। बॉलीवुड में श्रीदेवी की गुमराह और पिछले दिनों आई दिव्या खोसला की सवि फिल्म जेल तोड़ने के सीक्वेंस में ही बनाई गई थी और काफी सुपरहिट रही लेकिन अब हाल ही में वासन बाला इस सिलसिले को आगे बढ़ते हुए आलिया भट्ट की पावर पैक परफॉर्मेंस के साथ जिगरा लेकर आए हैं जिसमें वह एक्शन और इमोशन में तो अव्वल रहे मगर कहानी के स्तर पर चूक गए। इतना ही नहीं इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस में आने के बाद इसके बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर कई प्रकार के सवाल उठ रहे हैं तो चलिए पूरे विस्तार से हम आपको इसके बारे में बताते हैं।

फिल्म जिगरा पर बॉक्स ऑफिस नंबरों में हेर फेर करने का आरोप लगाया गया है ऐसा कहा जा रहा है की जिगरा फिल्म के मार्क्स और आलिया भट्ट ने इस फिल्म के बॉक्स ऑफिस नंबर के साथ छेड़छाड़ की है, और इसी को लेकर बॉलीवुड के कई बड़े-बड़े कलाकार करण जौहर और आलिया भट्ट पर निशाना साथ रहे हैं। अभी हाल ही में दिव्या खोसला ने जिगरा के मार्क्स आलिया भट्ट और करण जौहर के खिलाफ जंग छेड़ दी।

“मूर्खों के लिए मौन सबसे अच्छा भाषण है”

जंग का यह सिलसिला इंस्टाग्राम पोस्ट से शुरू हुआ जिसमें दिव्या खोसला ने आलिया भट्ट पर बॉक्स ऑफिस के नंबरों में हेर फेर करने का आरोप लगाया इसी का जवाब देते हुए करण जौहर ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक गुप्त पोस्ट साझा किया जिसमें लिखा था कि “मूर्ख के लिए मौन सबसे अच्छा भाषण है”। फिर क्या था अपने नवीनतम साक्षात्कार में अभिनेत्री ने करण को उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए फटकार लगाई और कहा आज जब मैं बोलती हूं तो मिस्टर करण जौहर मुझे चुप करने के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हैं क्या एक महिला को मूर्ख कहना सही है?

आलिया पर लगें आरोप

दिव्या खोसला ने आलिया भट्ट पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वह नकली टिकट बुकिंग कर रही है। उन्होंने कहा कि आलिया को इस तरह के हथकंडे अपनाने की जरूरत नहीं है वह पहले से ही अच्छी तरह से काफ़ी पॉपुलर है लेकिन असली वीरता गलत कामों के खिलाफ बोलने में है उन्होंने यह भी कहा कि ऑडियंस को योग्यता के आधार पर फैसला करने दिया जाए पैसे और ताकत के आधार पर नहीं।