महोबा के इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में फरार चल रहे आइपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार पर शिकंजा और कसा, विजिलेंस जांच में दोषी
महोबा के इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में फरार चल रहे आइपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार पर शिकंजा और
लखनऊ. महोबा के क्रॉसर व्यापारी इन्द्रकांत पुलिस की वसूली से इस कदर परेशान हो गए कि उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी। तात्कालिक एसपी मणीलाल पाटीदार का डर त्रिपाठी में इस कदर था कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया। मरने से पहले त्रिपाठी ने एक वीडिया बनाया जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती सनाई, जो डराने वाले थी। त्रिपाठी ने एसपी मणीलाल पाटीदार पर कई गई गंभीर आरोप लगाए। इन आरोपों ने प्रदेश को हिला कर रख दिया। वीडियों के सामने आने के बाद जांच शुर हुई और इसी बीच मणीलाल पाटीदार फरार हो गया। अभी तक मणीलाल पाटीदार फरार चल रह हैं। हालाकिं, की सरकार ने मणीलाल पाटीदार की सम्पत्तियों की जांच करा रही है। जिसको लेकर जल्द ही विजलेंस मणीलाल पाटी दार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगीं।
व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के आरोपित आइपीएस मणिलाल पाटीदार पर अब विभाग का शिकंजा कस रहा है। पिछले लम्बे समय से फरार चल रहे एक लाख के इनामी मणिलाल पाटीदार को विजिलेंस ने भी दोषी पाया है। जिसके बाद अब पाटीदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाएगी। जिसके लिए गृह विभाग से भी मंजूरी मिल गई है।
दर्ज होगी एफआईआर
क्रॉसर व्यापारी की मौत के मामले में आरोपी व उत्तर प्रदेश पुलिस ने फरार आइपीएस अफसर मणिलाल पाटीदार पर एक लाख रुपया का इनाम घोषित किया गया है। व्यापारी की मौत के बाद पाटीदार को सितंबर 2020 में सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके बाद योगी सरकार ने पाटीदार की चल-अचल संपत्तियों की विजिलेंस जांच कराने के आदेश दिए थे। जांच में यह सामने आया है कि मणिलाल पाटीदार ने थानेदारों की मदद से वसूली का रैकेट चलाता था। इस उगाही से पाटीदार ने बड़ी मात्रा में अवैध धन अर्जि किया व प्रॉपर्टी में निवेश किया है।
दानेदारों से माध्यम से करता था वसूली
विजलेंस की जांच में पता चला है कि पाटीजार अवैध वसूली के लिए थानेदारों को जरिया बनाया था और तैनातियों में भी जमकर मनमानी करता था। मणिलाल पाटीदार के इशारे पर थानेदारों ने महोबा के कई क्रशर कारोबारियों से जमकर वसूली की। क्रशर कारोबारी इंद्रमणि त्रिपाठी ने रुपए देने से मना किया तो पुलिस ने उसका उत्पीड़ऩ किया। बाद में इंद्रमणि त्रिपाठी का शव मिला था। मरन से पहले त्रिपाठी ने एक वीडियो बनाया था जिसमें पाटीदार पर कई आरोप लगाए थे। जिसके बाद ही मामले ने तूल पकड़ा व आईपीएस के खिलाफ जांच शुरू हुई।