Internet Connection Cut: चंडीगढ़ में हजारों भवनों के इंटरनेट कनेक्शन कटे
Internet Connection Cut
AAP ने किया सवाल- सिर्फ JIO को ही परमीशन क्यों दी नगर निगम ने ?
चंडीगढ़। Internet Connection Cut: शहर में इन दिनों इंटरनेट कनेक्शनों को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस पूरे मामले में नगर निगम प्रशासन को आड़े हाथ ले लिया है। आम आदमी पार्टी ने इस मामले में भ्रष्टाचार व पक्षपाती कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए नगर निगम प्रशासन से सवाल किया है कि शहर में सिर्फ JIO को ही क्यों परमीशन दी गई है? स्मार्ट सिटी के नाम पर क्यों लोगों को परेशान किया जा रहा है?
इन लोगों के कटे कनेक्शन
आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश महासचिव संदीप दहिया एवं शादाब राठी, पार्टी की सोशल मीडिया टीम के वरिष्ठ सदस्य भूषण अरोड़ा तथा आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता देसराज सनावर ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर नगर निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि जब नगर निगम हाउस की मीटिंग में सभी पार्षदों की सहमति से फैसला हो गया था कि शहर में सभी इंटरनेट व केबल नेटवर्क कनेक्शनों की तारें अंडरग्राउंड करने के लिए त्योहारों तक कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी तो अचानक निगम कमिश्नर ने इंटरनेट व केबल नेटवर्क कनेक्शनों की तारें काटने का आदेश क्यों दिया? निगम कमिश्नर को यह बताना चाहिए कि उन्होंने निगम हाउस के फैसले के विपरीत कार्रवाई किसके कहने पर की, क्योंकि इस तरह के तुगलकी फरमान से चंडीगढ़ के हजारों लोग परेशान हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि अचानक इंटरनेट कनेक्शन कट जाने का खामियाजा टैक्स देने वाले हजारों कारोबारी, स्टूडेंट्स तथा वर्क फ्रॉम होम कर रहे हजारों कर्मचारी भुगत रहे हैं, जबकि नियम-शर्तों का उल्लंघन कर रही कंपनियों से पैसे की वसूली में नगर निगम प्रशासन की कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा कि कई घरों में इंटरनेट कनेक्शन बंद हो जाने से बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने लगाया आरोप
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि नगर निगम प्रशासन ने शहर में अचानक इंटरनेट व केबल नेटवर्क की तारें काटने की कार्रवाई केवल एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए की है। इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार की बू आ रही है। उन्होंने सवाल किया कि शहर में सिर्फ JIO कंपनी को ही क्यों परमीशन दी गई है ? यह जांच का विषय है कि JIO को परमीशन देने से पहले कंपनी से सारे बकाया का भुगतान ले लिया गया है या नहीं। दूसरी नेटवर्किंग कंपनियों व केबल ऑपरेटरों को परमीशन क्यों नहीं दी गई? सिर्फ JIO को परमीशन किसके कहने पर दी गई, इसकी जांच होनी चाहिए। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस मामले में चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि तारें काटने की यह कार्रवाई तुरंत रोकी जाए तथा नगर निगम हाउस की सहमति के अनुसार ही इस संबंध में आगे कोई कार्रवाई की जाए, ताकि नगर निगम प्रशासन के मनमाने फैसले से चंडीगढ़ के लोगों को परेशान न होना पड़े।